Rajasthan Breaking News: उदयपुर के सज्जनगढ वन क्षेत्र में लगी आग हुई बेकाबू, कलेक्टर ने आग को बुझाने के लिए मंगवाया हेलीकॉप्टर
उदयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की इस वक्त की बड़ी खबर में आपको बता दें कि तेज गर्मी से अरावली की पहाड़ियों पर लगी आग ने उदयपुर के सज्जनगढ़ वन क्षेत्र में तेजी से फैलना शुरू कर दिया है। सज्जनगढ़ सहित आसपास के क्षेत्र में तेजी से फैली आग ने जिला प्रशासन की नींद उड़ा दी है। आग के तेजी से फैलने के बाद जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा और डीएफओ डॉ. अजित ने उंचाई पर मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला और आग को बुझाने के प्रयास शुरू करवाए। इससे पहले वनकर्मियों सहित अन्य लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की लेकिन वे नाकाम रहे। मौके पर तीन दमकलों को आग बुझाने के काम में लगा रखा है। इसके अलावा अन्य दो दमकलें लगातार पानी लेकर मौके पर पहुंच रही हैं। वन विभाग के दो दर्जन के अधिक कर्मचारियों को इस काम के लिए लगाया गया है। अभी तक इस आग पर काबू नहीं पाया जा सका है।
सज्जनगढ़ के महल के चारों और आग फैलने के बाद जिला कलेक्टर ने आग पर काबू पाने के लिए दिल्ली से हेलीकॉप्टर को बुलाया है। दमकलों के साथ-साथ आसमान से हेलीकॉप्टर के माध्यम से पानी उपर सेे डाला जाएगा ताकि आग पर काबू पाया जा सकें। पहाड़ी पर आग होने से दमकलें आग तक नही पहुंच पा रही हैं। इधर, जिला कलेक्टर ने स्थानीय स्तर पर सभी अधिकारियों को मुस्तैद रहने के निर्देश जारी किए है। उन्होंने बचाव दल को भी सर्तकता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। उदयपुर की अरावली की पहाड़ियों को बचाने के लिए जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा को स्वंय मौके पर आना पड़ा। कलेक्टर आग बुझाने के कार्य की मॉनटरिंग कर रहे हैं। मीणा के मौके पर मौजूद होने से अन्य अधिकारी भी मुस्तैदी दिखाते हुए कार्य कर रहे हैं। मीणा ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा कर आग को फैलने से रोकने के उपायों पर बातचीत की है। कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि हेलीकॉप्टर के पहुंचने के बाद जल्द ही आग पर काबू पा लिया जाएगा।
उदयपुर और आसपास की अरावली की पहाडियों मे गर्मी के मौसम में आगजनी होना आम बात है लेकिन जब यह आग तेजी से फैलकर बेकाबू हो जाती है तो इस पर काबू पाने के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जाता है। इस बार आग के तेजी से फैलने और दमकलों के मौके पर नहीं पहुंच पाने से जिला कलेक्टर ने दिल्ली से हेलीकॉप्टर को बुलाया है। हेलीकॉप्टर के पहुंचने के बाद आग को बुझाया जाएगा। इससे पहले वनकर्मी और दमकलकर्मियों के द्वारा आग बुझाने के प्रयास जारी है।