Rajya Sabha Election 2022: कांग्रेस ने बीजेपी की बाड़ेबंदी में लगाई सेंध, बीजेपी के इस विधायक को पुलिस ने दिया तलब होने का नोटिस
जयपुर/ बूंदी न्यूज। राजस्थान होने वाले राज्यसभा के चुनावों का दंगल अब रोचक होता जा रहा है। इस समय कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों ने अपने—अपने विधायकों को बाड़ेबंदी में रखना शुरू कर दिया है। इसी बीच कुछ ऐसी ही बानगी सामने आई है , प्रदेश के राजनीति के जानकार बूंदी जिले में हुई घटना को कुछ इसी तरह देख रहे हैं। दरअसल राज्यसभा में बीजेपी का एक वोट पुलिस की रडार पर दिख रहा है। बूंदी जिले की केशवरायपाटन विधायक चंद्रकांता मेघवाल को यहां पुलिस ने नोटिस भेजा है, विधायक को पुलिस ने एक मामले में गिरफ्तारी के पहले का नोटिस दिया है, जिसमें पुलिस ने विधायक चंद्रकांता को थाने में पेश होने के लिए कहा है। साथ ही उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटका दी है। यानी अगर विधायक थाने पर तलब होती हैं, तो उनके गिरफ्तार होने की संभावना है।
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कोटा शहर जिला पुलिस के महावीर नगर थाने में दर्ज पांच साल पुराने मामले में पुलिस ने बीजेपी एमएलए मेघवाल को नोटिस देकर थाने में तलब किया है। मंगलवार सुबह थाने में तलब करने का पुलिस ने कोटा शहर के विज्ञाननगर क्षेत्र में एमएलए के आवास पर नोटिस चस्पा किया है। बड़ी बात यह है कि पुलिस ने विधायक को तब नोटिस भेजा है कि जब वो राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर जयपुर में बीजेपी की ओर से की गई बाडाबंदी में शामिल हैं। उनके पति नरेंद्र मेघवाल से एनबीटी की बात की है। उन्होंने बताया कि मैडम बीजेपी की बाडाबंदी में हैं। पुलिस ने नोटिस दिया है, लेकिन थाने में उपस्थित होना संभव नहीं है। दोपहर 2 बजे तक विधायक थाने में उपस्थित नहीं हुई, जब विधायक से संपर्क करने की कोशिश की तो मेघवाल ने फोन रिसीव नहीं किया है।
बता दें कि पुलिस ने विधायक को 20 फरवरी 2017 को केस दर्ज किया था। मामले की जांच की पत्रावली कार्यालय पुलिस महानिदेशक सीआईडी, सीबी जयपुर के बाद जांच अग्रिम कार्यवाही के लिए महावीरनगर थानाधिकारी को मिली हुई है। नोटिस में यह भी कहा है कि मामले में विधायक के खिलाफ जुर्म प्रमाणित हुआ है। ऐसे में 7 जून सुबह 11 बजे थाने में उपस्थित हो। चंद्रकांता मेघवाल जब मुकदमा दर्ज हुआ था , 2017 में तब कोटा जिले की रामगंजमंडी विधानसभा की एमएलए थी। वसुंधरा सरकार के दौरान उन पर यह केस दर्ज हुआ था, जिसमें आज उन्हें नोटिस थमाया गया है।
इधर पूरे मामले को लेकर बीजेपी का कहना है कि सरकार गलत काम कर रही है, भाजपा की विधायक पर जबरन पुलिस को आगे करके दबाव मनाया जा रहा है, लेकिन कांग्रेस सरकार इसमें कामयाब नहीं होगी। गौरतलब हैं कि साल 2017 में एक दुकानदार बीजेपी कार्यकर्ता का महावीरनगर थाना पुलिस ने चालान काट दिया था। इस मामले को लेकर विधायक और उनके पति थाने पहुंचे। यहां बहसबाजी होते-होते मामला धक्का-मुक्की में बदल गया। इस दौरान विधायक के पति नरेंद्र मेघवाल ने तत्कालीन थानाधिकारी को थप्पड़ जड दिया था। तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक से धक्का मुक्की की गई थी। तभी से यह मामला चल रहा है।