Rajasthan Assembly Election 2023: प्रदेश में मिशन 2023 का दंगल शुरू, कांग्रेस की यह रणनीति बीजेपी के तुष्टीकरण के आरोप का जवाब
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में आगामी चुनाव 2023 की रणनीति अभी से बनना शुरू हो गई है। जिसके चलते राजस्थान में अब चुनावी दंगल दिखाई देने लगा है। एक तरफ जहां बीजेपी और कांग्रेस प्रदेश में वोटबैंक साधने में जुटी हुई है। वहीं प्रदेश में अब आम आदमी पार्टी भी अपना बड़ा दाव खेलने वाली है। बीजेपी लगात्तार कांग्रेस पर तुष्टीकरण का आरोप लगा रहीं है, तो कांग्रेस बीजेपी पर धर्म की राजनीति और लोगों को धर्म के नाम पर पर लड़वाने का आरोप लगा रहीं है।बीजेपी के तुष्टिकरण के आरोपों के बीच चर्चा है जयपुर की भागवत कथा की कांग्रेस नेता और जलदाय मंत्री डॉ महेश जोशी ये कथा करवा रहे है।

जयपुर के आराध्य गोविंद देवजी के प्रांगण में हो रही कथा अपने आप में तुष्टिकरण के आरोपों का जवाब दे रही और कांग्रेस के सॉफ्ट हिंदुत्व का भीसाथ ही नज़र आ रही सियासी गंगा-जमुनी तहजीब कथा पॉलिटिक्स सफल रही तो राजधानी में वार्ड स्तर तक आयोजन होंगे।
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करौली और अलवर के राजगढ़ की घटना के बाद हिंदूवादी और बीजेपी संगठन के निशाने पर है कांग्रेस सरकार आरोप और प्रत्यारोप की सियासत के बीच जयपुर में बह रहा भागवत कथा का रस जो चुनौती दे रहा बीजेपी के आरोपों को क्योंकि इस भागवत कथा के मुख्य आयोजक है जलदाय मंत्री और मुख्य सचेतक डॉ महेश जोशी भागवत कथा का आयोजन व्यक्तिगत हो सकता है लेकिन जिस ढंग से महेश जोशी ने इसे भव्य बनाया है वो जाहिर करता है बहुसंख्यक वोट बैंक के बीच सॉफ्ट हिंदुत्व का संदेश देने का है।

गोविंद देव का मंदिर जयपुर में स्थित है लेकिन जयपुर के आराध्य होने के साथ ही ये जगत प्रसिद्ध मंदिर है। यहां से फैला संदेश चारों ओर जाता है। यहीं कारण है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राजनीतिक शिष्य और जयपुर के पूर्व सांसद महेश जोशी ने भागवत कथा आयोजन स्थल के तौर पर गोविंद देवजी मंदिर के प्रांगण को चुना है। पहले से कहा जाता रहा है जाति के नाम पर राजनीति होती है। लेकिन इस बार सालों बाद या यूं कहे राम मंदिर मूवमेंट से उपजी सियासत के बाद पहली बार जब राजस्थान में धर्म आधारित राजनीति सिर चढ़ कर बोल रही जबकि चुनाव में अभी डेढ़ साल का समय शेष है।
