Rajasthan Assembly Election 2023: कांग्रेस सेवादल संभालेंगा मिशन 2023 की कमान, राजस्थान में कांग्रेस की जीत के लिए बनाई रणनीति
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में इस वक्त आगामी विधानसभा की तैयारियां दोनों ही राजनैतिक पार्टियों ने शुरू कर दी है। ऐसे में अब साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सेवादल नई भूमिका में नजर आएगा। उच्च स्तर पर चल रही चर्चाओं के मुताबिक कांग्रेस सेवादल विधानसभा चुनाव में बड़ी भूमिका दी जाने वाली है, जहां कांग्रेस सेवादल को विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने का टास्क दिया जाएगा। सूत्रों की माने तो विधानसभा चुनाव से तकरीबन 6 माह पहले कांग्रेस सेवादल के कार्यकर्ताओं को उन विधानसभा सीटों पर जीत दिलाने का टास्क दिया जाएगा जहां पर पार्टी को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है।
कांग्रेस सेवादल को साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयार किया जा रहा है। कांग्रेस की चुनावी रणनीति के तौर पर लगातार हार रही सीटों पर सेवादल टास्क संभालेगा और कांग्रेस सेवादल के कार्यकर्ताओं को 25- 25 कार्यकर्ताओं की टीम बनाकर इन विधानसभा सीटों पर भेजा जाएगा। 90 दिनों तक उन विधानसभा क्षेत्र में रहकर ही कांग्रेस सेवादल के कार्यकर्ता घर घर जाएंगे। जनता से कांग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील करेंगे। साथ ही गांव-ढाणियों में भी गहलोत सरकार के कामकाज की जानकारी जनता को देंगे। राजस्थान में 52 सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस को लगातार तीन बार से हार का सामना करना पड़ रहा है। इन 52 सीटों में से 25 सीटों का टास्क सेवादल को दिया जाएगा। इनमें श्रीगंगानगर, अनूपगढ़, भादरा, बीकानेर पूर्व, रतनगढ़, उदयपुरवाटी, खंडेला, शाहपुरा, फुलेरा, विद्याधर नगर, मालवीय नगर, सांगानेर, बस्सी, किशनगढ़ बास, बहरोड, थानागाजी, अलवर शहर, नगर, नदबई, धौलपुर, महवा, गंगापुर, मालपुरा, अजमेर नॉर्थ, अजमेर साउथ, ब्यावर, नागौर, खींवसर, मेड़ता, जैतारण, सोजत, पाली, मारवाड़ जंक्शन, बाली, भोपालगढ़, सूरसागर, सिवाना, भीनमाल, सिरोही, रेवदर, उदयपुर, घाटोल, कुशलगढ़, राजसमंद, आसींद, भीलवाड़ा, बूंदी, कोटा साउथ, लाडपुरा, रामगंज मंडी, झालरापाटन और खानपुर शामिल है।
कांग्रेस सेवादल के कार्यकर्ता टिकट के दावेदारों को लेकर भी आमजन और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे। कौनसा प्रत्याशी जिताऊ रहेगा, इसकी रिपोर्ट भी प्रदेश कांग्रेस को सौंपेंगे। इससे पहले 2018 में विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस सेवा दल को एआईसीसी की ओर से उन 20 सीटों का टास्क मिला था जहां पार्टी को लगातार तीन बार से हार का सामना करना पड़ रहा था 20 मई से कांग्रेस सेवा दल ने 11 सीटों पर जीत दिलाने में अपना योगदान दिया था। कांग्रेस सेवादल को अनुशासन संगठन के रूप में माना जाता है। एआईसीसी के निर्देशों के अनुसार गुजरात के साबरमती से दिल्ली के राजघाट तक निकल रही कांग्रेस की आजादी की गौरव यात्रा की अगुवाई भी सेवादल का रहा है। यह राजस्थान में 707 किमी की दूरी तय कर कई विधानसभा क्षेत्रों से गुजर कर कांग्रेस के इतिहास और कार्यो व आजादी में सहयोग की फिल्म के जरिए लोगों का बता रही है।