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Nagaur एक्स-रे करने पर भाजपा नेता के शरीर में नहीं मिलीं गोलियां, पोस्टमॉर्टम फिर से शुरू

 
Nagaur एक्स-रे करने पर भाजपा नेता के शरीर में नहीं मिलीं गोलियां, पोस्टमॉर्टम फिर से शुरू

नागौर न्यूज़ डेस्क, नागौर नमक व्यापारी हत्याकांड को लेकर आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में नौवें (नागौर) विधायक महेंद्र चौधरी के भाई मोती सिंह चौधरी समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. नमक कारोबारी और भाजपा नेता जयपाल पूनिया की बाहर से शूटर बुलाकर हत्या कर दी गई। हत्या की साजिश काफी पहले से रची जा रही थी। इधर, मंगलवार देर रात समझौता होने के बाद बुधवार को पोस्टमॉर्टम करने का निर्णय लिया गया. लेकिन जब पोस्टमॉर्टम किया गया तो पता चला कि मृतक जयपाल के शरीर में कोई गोली नहीं मिली है। करीब 3 घंटे तक पोस्टमॉर्टम के बाद शरीर में कोई गोली नहीं मिली, फिर शव को निजी लैब में भेज दिया गया। सूचना मिलते ही एसपी राममूर्ति जोशी मौके पर पहुंचे। यहां पूरे शरीर का एक्स-रे किया गया और दो गोलियां निकलीं। बताया जा रहा है कि गोली पैर में लगी है। दूसरी गोली शरीर के बाएं हिस्से में लगी। इसके बाद शव को फिर नौवें अस्पताल ले जाया गया। पुलिस के मुताबिक हत्या से पहले मुख्य आरोपी मोती सिंह ने अपने 11 साथियों के साथ कारोबारी जयपाल पूनिया की रेकी भी की थी. फायरिंग के बाद जब पूनिया को जयपुर रेफर किया गया तो मोती सिंह उसके पीछे हो लिया। वह जानना चाहता था कि जयपाल जीवित है या मृत  इस मामले को लेकर नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट किया कि दिवंगत पूनिया के परिजनों ने पोस्टमॉर्टम को लेकर नौवें अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. मामले को लेकर प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारियों से बात करने के बाद नवां के अलावा अन्य जगहों के डॉक्टरों की टीम ने मेडिकल बोर्ड का गठन कर वीडियोग्राफी व पोस्टमॉर्टम कर छेड़छाड़ की संभावना की जांच के निर्देश दिए हैं. प्रमाण वहीं खिनवासर विधायक नारायण बेनीवाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर जानकारी दी कि वह नाव के लिए निकल चुके हैं.

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पुलिस जांच में नए विधायक महेंद्र चौधरी के भाई मोती सिंह चौधरी की हत्या में शामिल होने के बाद दूसरे दिन उसे हिरासत में ले लिया गया. इसके बाद मंगलवार देर रात जयपुर व सरकार के सामने प्रदर्शन कर रहे लोगों में आम सहमति बनी तो मोती सिंह चौधरी (62) पुत्र हनुमान सिंह निवासी नवां, कुलदीप सिंह (48) पुत्र रतन सिंह निवासी पवेरा तहसील नंगल चौधरी हरियाणा, फिरोज कैमखानी (42) पुत्र भंवरू खान निवासी नवां, हनुमान माली (50) पुत्र किशनराम निवासी मथानिया और हारून कायमखानी (40) पुत्र गफूर खान निवासी नवां ने गिरफ्तारी की सूचना दी. कुचामन सीओ संजीव कटेवा ने बताया कि नमक व्यवसायी व भाजपा नेता जयपाल पूनिया की हत्या मोती सिंह ने शूटर के रूप में की थी. अब तक गिरफ्तार किए गए सभी पांचों आरोपी हत्या की साजिश और रेकी करने में शामिल थे। अब 6 आरोपी फरार हैं। उसकी भूमिका और पहचान की जांच की जा रही है। जयपाल पूनिया की हत्या का मूल कारण नवां के साल्ट लेक इलाके में दोनों के बीच पैसों का लेन-देन और वर्चस्व और अवैध कमाई है। आरोपी मोती सिंह और जयपाल पूनिया के बीच वर्चस्व की यह लड़ाई काफी समय से चल रही थी। बोरिंग व सरकारी जमीन पर कब्जा व सांभर साल्ट कंपनी की जमीन को लेकर दोनों पक्षों के बीच कई बार विवाद हो चुका था। लेन-देन को लेकर कई मामले भी दर्ज किए गए थे। इस लड़ाई ने भी संभाला

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