Jaisalmer में भारतीय पुरातत्व विभाग को खत लिखकर मकानों की मरम्मत के लिए मांगी अनुमति
जैसलमेर न्यूज़ डेस्क, जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने भारतीय पुरातत्व विभाग को भारत के एकमात्र लिविंग फोर्ट सोनार किले में लंबे समय से गिरने की कगार पर पड़े मकानों को लेकर खत लिखा है। सोनार किले में गिरने के कगार पर सदियों पुराने मकानों की मरम्मत करवाने के लिए अनुमति दिलवाने की मांग भारतीय पुरातत्व विभाग की महानिदेशक (डीजी) वी विद्यापति को कलेक्टर आशीष मोदी ने की है। उन्होंने इस संबंध में एक अधिकारी की नियुक्ति की भी मांग की है ताकि लोगों को मकान की मरम्मत की परमिशन आदि के लिए भटकना नहीं पड़े।
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सोनार दुर्ग में सदियों से लोग निवास कर रहे हैं, इसी वजह से इसे लिविंग फोर्ट भी कहा जाता है। इस किले में सदियों पुराने मकान हैं जिनकी मरम्मत की जानी है मगर विभाग की अनुमति के बिना इनके मरम्मत का काम नहीं हो पा रहा है।
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पुराने मकानों के गिरने से बारिश के मौसम में कई बार हादसे भी होते रहे हैं। ऐसे में इन मकानों के आस-पास रहने वाले लोगों में हमेशा हादसे का डर सताता है। इनमें किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य और मरम्मत तक पर युनेस्को की धरोहर में शामिल होने और भारतीय पुरातत्व विभाग के अंडर में होने के कारण रोक लगी है। हालांकि कई लोगों ने जर्जर मकानों की मरम्मत के लिए भारतीय पुरातत्व विभाग से परमिशन भी मांगी गई है मगर विभाग की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया है। ऐसे में लोगों को हमेशा हादसे का डर सता रहा है।
