Sheetala Ashtami 2023 : चाकसू में 15 मार्च को भरेगा शीतला माता का लक्खी मेला, प्रशासन ने शुरू की तैयारिया
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में इस वक्त जहां बाबा श्याम का मेला परवान चढ़ा हुआ है, तो अब राजस्थान का प्रसिद्ध शीतला माता का लक्खी मेला 15 मार्च को भरेंगा। जिसकी प्रशासन ने तैयारिया शुरू कर दी है। शीतला माता का लक्खी मेला 14 मार्च की शाम से भरना शुरू होगा और 15 मार्च की शाम तक इस मेले में राजस्थान के विभिन्न जिलों से और आसपास के ग्रामीण इलाको से लोग माता के दर्शन कर आयेंगे। हिंदू पंचांग के हर साल चैत्र के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को शीतला अष्टमी का व्रत रखा जाता है। 8 मार्च की होली के बाद 8 दिन के बाद माता शीतला का विधि विधान से पूजा होगी। 15 मार्च को होने वाली शीतलाष्टमी को बसोड़ा पूजा भी कहा जाता है।

शीतला अष्टमी का व्रत संतान की सेहत और लंबी उम्र के लिए रखा जाता है। माता शीतला को चेचक और खसरा जैसे रोगों से बच्चों को बचाने वाली देवी के रूप में जाना जाता है। माता शीतला की पूजा के लिए एक दिन पहले शाम को भोग और प्रसाद तैयार कर लिया जाता है। ऐसी मान्यता है कि शीतला अष्टमी के दिन जो भोजन किया जाता है वो बासी ही होना चाहिए।अष्टमी के दिन स्नान के बाद व्रत का संकल्प लिया जाता है। इसके बाद माता शीतला के मंदिर जाकर छाछ राबड़ी का भोग लगाया जाता है।
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मान्यता है कि शीतला अष्टमी मनाए जाने के दौरान एक गांव के लोगों ने शीतला माता को गर्म भोजन खिला दिया जिससे उनका मुंह जल गया और वो नाराज हो गईं। इसके बाद पूरे गांव ही का नाश हो गया लेकिन सिर्फ एक बुढ़िया की कुटिया बची। बुढ़िया ने बताया की उसने रात में बना हुआ भोजन सुबह माता को खिलाया जिसके चलते उसकी कुटीया को कुछ नहीं हुआ। इसलिए इसके बाद से ही माता शीतला के भोग और प्रसाद में बासी भोजन ही खाया और खिलाया जाता है।
