Rajasthan Big News: सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से प्रदेशभर में सफाई व्यवस्था ठप्प, शहर-शहर लगने लगे कचरे के ढ़ेर
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि राजधानी जयपुर सहित पूरे राजस्थान में वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारी अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर चले जाने प्रदेशभर की सफाई व्यवस्था ठप्प हो गई है। इसके कारण शहर-शहर कचरे के ढ़ेर नजर आने लगे है। वाल्मीकि समाज सफाई कर्मचारियों की भर्ती में आरक्षण पद्धति लागू करने का विरोध कर रहा है। राजधानी जयपुर में सफाईकर्मियों की हड़ताल का असर गलियों से लेकर शहर की मुख्य सड़कों तक नजर आया है। मंगलवार को हड़ताल के कारण न तो सड़कों पर झाडू लगी न ही घर-घर कचरा संग्रहण का काम हुआ।
राजस्थान में सफाई कर्मचारियों के 13184 पदों पर भर्ती निकाली गई है। भर्ती में आरक्षण व्यवस्था लागू करने का वाल्मीकि समाज विरोध कर रहा है। जयपुर ग्रेटर नगर निगम और हैरिटेज नगर निगम में वाल्मिकी समाज से जुड़े करीब 6 हजार से ज्यादा सफाई कर्मचारियों ने मंगलवार को सामूहिक अवकाश रखते हुए साफ-सफाई बंद कर दी। हालांकि अन्य समाज से जुड़े सफाई कर्मचारियों ने खुद को इस हड़ताल से दूर रखा है। वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के ऐलान के बाद सौम्या गुर्जर ने निगम कार्यालय में आपातकालीन बैठक बुलाई थी। जिसमें उन्होंने सभी पार्षदों से 2 घंटे श्रमदान कर शहर को साफ-सुथरा करने का आह्वान किया। इसके तहत ही आज सौम्या गुर्जर समेत पार्षदों और सफाई समितियों के चेयरमैन ने इलाकों में जा-जाकर साफ-सफाई की है ।
शहर में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल का असर पहले ही दिन से देखने को मिला है। शहर में जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर से लोगों को गुजरना पड़ा है। चारदीवारी स्थित छोटी चौपड़ पर मंगलवार को सुबह नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। इसमें महिला कर्मचारी भी शामिल हुईं। यहां उन्होंने नारेबाजी करते हुए दो टूक कहा की ‘हमारा हक हम किसी और को नहीं देने देंगे’. वाल्मिकी समाज के लोग पीढ़ी दर पीढ़ी यह काम करते हुए आए हैं। अब अन्य समाज के लोग हमारा हक छीनने में लगे हुए हैं।