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Saini Samaj Protest: सीएम गहलोत से वार्ता के बाद भी नहीं बनी सहमति, आंदोलनकारी मृतक मोहन सिंह को न्याय दिलाने की मांग पर अड़े

 
Saini Samaj Protest: सीएम गहलोत से वार्ता के बाद भी नहीं बनी सहमति, आंदोलनकारी मृतक मोहन सिंह को न्याय दिलाने की मांग पर अड़े

भरतपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान के भरतपुर जिले में आरक्षण की मांग को लेकर धरना अभी जारी है और जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे-21 फिलहाल नहीं खुलेगा। सैनी आरक्षण को लेकर हाईवे पर जुटे आंदोलनकारियों ने साफ कह दिया है कि वे राष्ट्रीय राजमार्ग खाली नहीं करेंगे। मंगलवार शाम 7 बजे फुले आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी ने अरोदा गांव पहुंचकर आंदोलनकारियों से सीएमआर पर मुख्यमंत्री से हुई वार्ता के बिंदू साझा किए है। मुरारी सैनी ने कहा कि सरकार ने आरक्षण पर काम शुरू कर दिया है लेकिन आंदोलनकारियों ने मंगलवार को सुसाइड करने वाले आंदोलनकारी मोहन सिंह के परिवार को 1 करोड़ के मुआवजे व परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने के साथ मृतक को शहीद का दर्जा देने मांग पर अड़ गए। 

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आंदोलनकारियों का कहना है कि सरकार जब तक मुआवजे का ऐलान नहीं करेगी, हाईवे खाली नहीं करेंगे। बता दें कि मंगलवार को धरना स्थल के पास चह गांव में हाईवे के किनारे पेड़ से फंदा लगाकर एक आंदोलनकारी मोहन सिंह ने आत्महत्या कर ली थी। मंगलवार दोपहर 12 बजे फुले आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी की अगुवाई में सैनी समाज का एक प्रतिनिधि मंडल जयपुर स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंचा और सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की। समाज ने 12 परसेंट आरक्षण की मांग दोहराई। यहां दोपहर 3 बजे तक दो दौर की वार्ता हुई।सरकार ने संघर्ष समिति को लिखित मसौदा दिया। सरकार ओबीसी आयोग को पत्र लिखकर समाज की जनसंख्या की गणना कर आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक स्थिति से अवगत कराएगी। 1 मई को प्रशासन के अधिकारियों से बात होगी।

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15 सदस्यीय कमेटी ने सीएम से मुलाकात के बाद कहा था कि वे लिखित मसौदा भरतपुर स्थित धरना स्थल पर आंदोलन कर रहे साथियों को पढ़कर सुनाएंगे। वे जो फैसला करेंगे, कमेटी वही मानेगी। माली, सैनी, शाक्य, मौर्य और कुशवाह समाज 12 प्रतिशत आरक्षण अलग से देने की मांग कर रहा है।