Rajasthan Assembly Election 2023: विधानसभा चुनाव से पहले सीएम गहलोत ने निर्वाचन आयोग से की मांग, धर्म के नाम पीएम मोदी के चुनाव प्रचार लगाए रोक
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में इस साल विधानसभा के चुनाव होने वाले है और इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार को जान से मारने की धमकी देने के मामले में सियासी विवाद खड़ा हो गया है। सीएम अशोक गहलोत ने इस मुद्दे पर बीजेपी और पीएम मोदी पर हमला बोला है। सीएम गहलोत सीएम निवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को प्रधानमंत्री मोदी के चुनाव प्रचार पर रोक लगा देनी चाहिए। कोई धार्मिक हिसाब से चुनाव में बात करे तो उसके प्रचार पर रोक लगा देनी चाहिए, यह कानून में प्रावधान है।
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हार की बौखलाहट ने BJP नेताओं की असल नीयत उजागर कर दी है
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 6, 2023
🔹 मणिकांत राठौड़ की ऑडियो क्लिप में कांग्रेस अध्यक्ष श्री खड़गे पर अभद्र टिप्पणी करते हुए और उनके परिवार का सफाया करने के धमकी भरे बोल BJP की पूरी विचारधारा को कटघरे में ला खड़ा करते हैं।
🔹 इस अमर्यादित आचरण पर भी… pic.twitter.com/vp83G4MBy1
सीएम गहलोत ने कहा कि भैरों सिंह शेखावत एक बार गंगानगर और बाली से चुनाव में खड़े हुए थे। वे गंगानगर में चुनाव हार गए थे और बाली में चुनाव जीत गए थे। वे उस चुनाव मेंं राम मंदिर की बात करने लग गए थे। चुनाव प्रचार में धर्म का इस्तेमाल करने पर उनके खिलाफ इलेक्शन पिटिशन हुई, वह इलेक्शन पिटिशन चलती रही और उनकी मेंबरशिप जा रही थी, क्योंकि कोर्ट ऐसा करने वाला था। जो आदमी गवाही देने जा रहा था वह कम्युनिस्ट सीपीएम माइंड का आदमी था। उसको पुलिस ने बस से उतारा, ले जाकर समझाया या क्य हुआ, गवाही नहीं होने से शेखावत उस केस में बच गए। आज जो प्रधानमंत्री बोल रहे हैं, वे तो धर्म के आधार पर खुल कर बोल रहे हैं। उनसे चुनाव आयोग जवाब भी नहीं मांग रहा। इसीलिए पीएम के चुनाव प्रचार पर रोक लगनी चाहिए।
LIVE: Press Conference at CM residence | May 06 https://t.co/VDBhTzq5RI
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 6, 2023
कांग्रेस अध्यक्ष जैसे पद पर बैठे अनुभवी राजनेता मल्लिकार्जुन खड़गे को कर्नाटक में उनके और परिवार का सफाया करने की धमकी दी जा रही है। जिनका पूरा परिवार बचपन में खत्म हो गया लेकिन वो संघर्ष करते-करते यहां तक पहुंचे उन्हें इस तरह की धमकी देना निंदनीय है। इस धमकी के बावजूद अबतक पीएम से लेकर गृह मंत्री तक कुछ नहीं बोले हैं। धमकी का जिस तरह का वीडियो सामने आया, उसके बाद भी इलेक्शन कमिशन मौन है। बीजेपी और आरएसएस का एजेंडा फिक्स है। उन्हें चिंता नहीं है लेकिन लोगों को है। आज लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। आलोचना सहन नही हो रही है। इस माहौल में देश चल रहा है।
"परिवार का सफाया कर देंगे"
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 6, 2023
कर्नाटक के भाजपा प्रत्याशी मणिकांत राठौड़ की ये आवाज़ ही भाजपा का असल चेहरा दिखा रही है।
चुनाव की हार की बौखलाहट और खड़गे जी की लोकप्रियता से भयभीत भाजपा ऐसे घृणित कृत्य करने पर उतारू है।
सरकार इस अमर्यादित आचरण पर चुप्पी कब तोड़ेगी? https://t.co/4Sh6lIqsmx
कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र में बजरंग दल और पीएफआई को बैन करने के वादे पर उठे विवाद पर गहलोत ने कहा- कई संगठन के अपना नाम राम के नाम पर, शिवजी के नाम रखते हैं, लेकिन संगठनल की भूमिका क्या है, उसके हिसाब से सरकारी कार्रवाई होती है। प्रवीण तोगड़िया त्रिशूल बांट रहे थे, हमने उन्हें रोका लेकिन वे माने नहीं इसलिए मजबूर होकर गिरफ्तार करना पड़ा। संगठन की जिस तरह की मंशा होती है उस पर निर्भर करता है। बजरंग दल का मामला कर्नाटक में मुद्दा नहीं बना इसीलिए बीजेपी के नेता बौखलाए हुए हैं।