Rajasthan Politics:आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी राजस्थान में सीएम चेहरा कर सकती घोषित, जानें इसकी खास वजह
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी अब पूरी तरह से एक्टिव मोड़ पर आ चुकी है। हर बार पीएम मोदी के फेस पर चुनाव लड़ने वाली बीजेपी ने इस बार चुनावी रणनीति में बदलाव किया है। गुजरात चुनाव में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने साफ कर दिया है कि गुजरात की सत्ता में लौटने पर बीजेपी एक बार फिर भूपेन्द्र पटेल को ही मुख्यमन्त्री बनाएगी। इससे राजस्थान में भी सीएम चेहरे की घोषणा करने की संभावनाएं बढ़ गई है।

गुजरात चुनाव में पार्टी की तरफ़ से भूपेन्द्र पटेल को चेहरा बनाये जाने का असर पड़ोसी राज्य राजस्थान पर भी दिख रहा है। अभी तक चेहरा विहीन चुनाव की चर्चाओं के बीच राजस्थान बीजेपी के नेताओं के चेहरे भी गुजरात बीजेपी की घोषणा से खिल गए हैं। पार्टी के नेताओं का मानना है कि जब पार्टी गुजरात में भूपेन्द्र पटेल और हिमाचल में जयराम ठाकुर को चेहरा बनाकर चुनाव में उतरी है तो राजस्थान में भी चेहरा तो घोषित किया ही जाएगा। अब अगले साल होने वाले चुनाव से पहले पार्टी के नेताओं की आस जगी है तो नेता अपना चेहरा चमकाने भी जुट गए हैं।
उदयपुर में रेलवे ट्रैक उड़ाने का मामला, एटीएस एडीजी अशोक राठौड़ ने घटना स्थल पर पहुंच कर की जांच

अपने आपको पार्टी विथ द डिफ्रेन्स बताने वाली भाजपा हर बार अलग तरह की रणनीति अपनाकर खुद को दूसरे रजानीतिक दलों से अलग बता रही है, तो साथ ही विपक्ष को चौंका भी रही है। कभी हिमाचल में कांग्रेस की तरफ़ से फेस घोषित नहीं करने पर विपक्षी पार्टी को चुनाव में 'बिना दूल्हे की बारात' बताकर घेरने वाली बीजेपी भी पिछले दिनों इसी राह पर चलने का मन बनाती दिख रही थी। लेकिन उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ का चेहरा मुख्यमन्त्री के पद के लिए आगे रखकर जीत हासिल करने वाली बीजेपी ने अपनी रणनीति इस तरह बदलती है कि सामने वाले को ज्यादा मौका नहीं मिले। यही कारण है कि पहले हिमाचल में जयराम ठाकुर को भावी मुख्यमन्त्री का चेहरा घोषित करने वाली बीजेपी ने अब गुजरात चुनाव के लिए भी भूपेन्द्र पटेल का चेहरा आगे कर दिया है। ऐसे में अब राजस्थान में भी सीएम चेहरे की घोषणा करने की संभावनाएं बढ़ गई है।

राज्य में अभी तक कमल निशान और मोदी के चेहरे पर चुनाव में जाने की बात कर रही पार्टी के नेताओं में इस बात की आस जगी है कि अगर गुजरात और हिमाचल में पार्टी किसी चेहरे को पूर्व घोषित करते हुए चुनाव में जा सकती है तो राजस्थान में ऐसा क्यों नहीं हो सकता है। बीजेपी के कुछ नेताओं का मानना है कि राजस्थान में भी चेहरा घोषित करके चुनाव लड़ने से फायदा होगा।
