Rajasthan Politics: कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष के नाम को लेकर चर्चाएं तेज, सीएम गहलोत का यह बड़ा बयान आया सामने
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में आमागी विधानसभा चुनाव 2023 से पहले बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष को लेकर सियासी हलचल देखने को मिल रहीं है। वहीं कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' से पहले पार्टी अध्यक्ष के नाम को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। इसी बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बड़ा बयान सामने आया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि देश के सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का मुकाबला करने के लिए ये मार्च निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी चाहती है कि राहुल गांधी ही अध्यक्ष बनें। कन्याकुमारी से ऐतिहासिक यात्रा शुरू हो रही है। इस यात्रा का महत्व पूरा देश समझ रहा है।
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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, तमिलनाडू के मुख्यमंत्री श्री एम के स्टालिन के साथ श्री राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत पर तिरंगा सौंपा। pic.twitter.com/P0kowOrxWt
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 7, 2022
सीएम गहलोत ने कहा है कि सोनिया गांधी की मौजूदगी में उदयपुर में राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा का आइडिया दिया है। इस यात्रा की नौबत क्यों आयी क्योंकि देश में आजादी के बाद देश में ऐसा भय नफरत का माहौल बन गया जिससे पूरा देश चिंतित है। इस माहौल को ठीक करने के लिए प्रधानमंत्री से हमने कई बार कहा देश वासियों से शांति सद्भाव बनाए रखने के लिए अपील करे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया है। कन्याकुमारी में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए गहलोत ने कहा कि बीजेपी की नीतियां देश को विभाजित करने की हैं और यह खतरनाक है, जो देश को गृहयुद्ध के कगार पर खड़ा कर सकती है। कांग्रेस इसकी अनुमति नहीं देगी और इस यात्रा का फोकस ध्रुवीकरण का मुकाबला करना है। उन्होंने कहा कि अगर यही हाल रहा तो लोगों को अपनी जान का डर सताएगा। जाति, वर्ग,समाज में धर्म के नाम पर नफरत पैदा और आपस में दूरियां बन गयी है। इस स्थिति में देश को नहीं सम्भाला तो गृह युद्ध की स्तिथि बन सकती है। इसलिए राहुल गांधी ने सोचा इस नफरत को मिटाने के लिए भाइचारे की भावना को वापस स्थापित करने के लिए सत्य अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी की जयंती पर यह यात्रा शुरू किया जाये।
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महात्मा गांधी मंडपम, कन्याकुमारी में श्री राहुल गांधी, श्री के सी वेनुगोपाल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, तमिलनाडू के मुख्यमंत्री श्री एम के स्टालिन के साथ प्रार्थना सभा में भाग लिया। pic.twitter.com/Qc7D4uaLwa
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 7, 2022
सीएम गहलोत ने कहा है कि राहुल गांधी ने अपने पिता दादी को खोया है इसलिए उनको उस दर्द का एहसास है। कल सीएम गहलोत श्रीपेरंबदूर गए और राजीव गांधी मेमोरियल में प्रार्थना में शामिल हुए। सीएम गहलोत ने बताया कि एक जवान ने इतनी नफरत से लड़ते हुए शहादत देखी हो। राहुल गांधी अब फिर देश में नफरत हिंसा के हालात नहीं देखना चाहते है इसलिए यह भारत जोड़ो यात्रा का निर्णय लिया गया है। मोदी जी, केंद्र सरकार, बीजेपी के पास अभी भी समय है। राहुल गांधी की इस यात्रा के संदेश को समझें नहीं तो देश की वर्तमान पीढ़ी आपको माफ नहीं करेगी। देश की आजादी में कितनी महान हस्तियों ने अपनी कुर्बानियों दी उनके इतिहास को बुलाने की कोशिश कर रहे हो। नयी पीढी की अंधेरे में रखने का प्रयास कर रहे हो।
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि आजादी के पहले और बाद का इतिहास मिटा रहे हो। नेहरू, गांधी, पटेल सहित कितने महान क्रांतिकारी नेता हुए जिनके बूते आजादी मिली उनको भुला दिया। नेहरू के बिना अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इनकी नीयत सही नहीं है इनको गलतफहमी है कि पहले का इतिहास मिटा कर नया इतिहास बना लेंगे यह असंभव है। इस यात्रा से देश में सकारात्मक मैसेज जाएगा। अपने इतिहास को खोजने की ललक पैदा होगी। देश की अखंडता, भाइचारे, अनेकता में एकता वाला देश है। हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि देश को अखंड रखें, प्यार मोहब्बत और भाइचारे से रहे। समाज में हिंसा का कोई स्थान नहीं हो। इसके लिए भारत जोड़ो यात्रा की जा रही है।