Rajasthan Breaking News: विधानसभा में सर्वश्रेष्ट विधायक सेमिनार में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ का बड़ा बयान
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की इस वक्त की बड़ी खबर में आपको बता दें कि आज राजस्थान विधानसभा में सर्वश्रेष्ट विधायक सम्मान समारोह में आज चीफ गेस्ट के रूप में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ शामिल हुए है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मीडिया द्वारा उन्हें प्रो एक्टिव गवर्नर बताए जाने को खारिज करते हुए उन्होने कहा कि वह तो कॉपी बुक गवर्नर हैं, जो चुपचाप काम करने में विश्वास करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी भी परिस्थिति में किसी के भी कहने पर संवैधानिक मर्यादा का उल्लंघन नहीं करेंगे।
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आज राजस्थान विधानसभा में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने संसदीय लोकतंत्र के उन्नयन में राज्यपाल एवं विधायकों की भूमिका विषय पर संगोष्ठी को संबोधित किया है। इस दौरान पश्चिम बंगाल सरकार विशेष रूप से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ टकराव की खबरों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने बहुत बार कहा और आज देश के एक वरिष्ठ राजनीतिक व्यक्तित्व के सामने भी कह रहा हूं मैंने माननीय मुख्यमंत्री जी को बुलाया और कहा कि आप देश की जानी मानी नेता हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम लिया और कहा कि इस श्रेणी में तीन-चार से ज्यादा लोग नहीं हैं। केंद्र मुझे जो भी सुझाव देगा, मैं उसे बहुत गंभीरता से लूंगा। मेरा मानस रहेगा कि उसके अनुरूप कार्य हो, बशर्ते उसमें कोई संवैधानिक बाधा नहीं हो।
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पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि राज्यपाल को संवैधानिक दायित्वों के अलावा कोई ऐसा काम नहीं दिया जाना चाहिए जिससे उनका राज्य सरकार के साथ टकराव की स्थिति पैदा हो। इस संगोष्ठी का आयोजन राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ की राजस्थान शाखा के तत्वावधान में किया गया था। इस अवसर पर 2019 के लिये विधायक ज्ञानचंद पारख, वर्ष 2020 के लिये विधायक संयम लोढ़ा और वर्ष 2021 के लिये विधायक बाबूलाल और विधायक मंजू देवी को सर्वश्रेष्ठ विधायक सम्मान से सम्मानित किया गया है। इस कार्यक्रम में राजस्थान विधान सभा के अध्यक्ष डॉ. सी. पी. जोशी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, संसदीय कार्य मंत्री शांति कुमार धारीवाल और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां सहित तमाम पदाधिकारी मौजूद रहें है।