Rajasthan Breaking News: विधानसभा के सातवें सत्र के आज तीसरे दिन भी हंगामे की संभावना, इन प्रस्ताव को मिलेंगी सदन की मंजूरी
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि राजस्थान विधानसभा के सातवें सत्र के दूसरे चरण के तीसरे दिन सदन में हंगामा जारी रहने के संभावना है। आज सदन में भाजपा विधायक सरकार को बिजली की कमी और लगातार बढ़ते बिजली के बिलों के मामले में घेरेगी। सदन में आज 2 विधेयकों को चर्चा कर पारित किया जाएगा। विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे प्रश्नकाल के साथ शुरू होगी, जिसमें विभिन्न विभागों से जुड़े सवाल विधायकों ने लगाए हैं। सदन में ही 11 से 12 बजे तक संबंधित मंत्री लगाए गए सवालों के जवाब देंगे। इसके बाद शून्यकाल में भाजपा के अधिकतर विधायक स्थगन के जरिए प्रदेश में बिजली की कमी और बिजली के बिलों में लगातार हो रहे इजाफे का मामला उठाएंगे।
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सदन में आज 2 विधेयकों को चर्चा कर पारित किया जाएगा। सदन में आज कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक भी चर्चा कर पारित किया जाएगा। इस विधेयक के तहत राज्य सरकार कृषि उपज मंडियों पर अपना नियंत्रण का दायरा बढ़ाएगी। राजस्थान विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सदन में मौजूद नहीं रहेंगे। मुख्यमंत्री आज दिल्ली दौरे पर रहेंगे। ऐसे में सदन के भीतर वरिष्ठ मंत्रियों और मुख्य सचेतक महेश जोशी को ही कमान संभालना होगी। हालांकि, देर रात मुख्यमंत्री ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक लेकर सदन की रणनीति पर भी चर्चा की थी। इसके पहले कल बीजेपी ने सदन से लेकर सड़क तक सरकार का घेराव किया है। वहीं बीजेपी के विधानसभा कूच के दौरान पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी देखने को मिली है।
#WATCH | A huge crowd of BJP members gather in protest in Rajasthan's Jaipur over the death of thousands of cattle in the state due to lumpy skin disease pic.twitter.com/8WpMtW3n1O
— ANI (@ANI) September 20, 2022
विधानसभा कूच से पहले बीजेपी प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि गहलोत सरकार विधानसभा में भी ज्वलंत मुद्दों पर कोई बहस नहीं करवाना चाहती है। उन्होंने सरकार पर विधायकों के अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के दलित मुद्दों से मुखिया जी ध्यान भटकाना चाहते हैं। प्रदेश सरकार जन सरोकारों के मुद्दे को छोड़कर अपने सभी काम करने में दिनरात जुटी हुई है। प्रदेश में एक के बाद एक करके गैंगवार की घटनाएं बढ़ी है। जो राजस्थान पहले शांत प्रदेश के रूप में जाना जाता था वह राजस्थान अब शांत प्रदेश नहीं रहा है।