Rajasthan Breaking News: प्रदेश में बढ़ता बिजली संकट, राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम की 5 यूनिट से बिजली उत्पादन हुआ बंद
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि प्रदेश में अब बिजली संकट लगात्तार बढ़ता जा रहा है। सैंकड़ों गांवों में अब अंधेरा दिखाई देने लगा है। प्रदेश में रात और दिन बिजली कटौती की मार बढ़ रहीं है। मांग और उत्पादन में प्रतिदिन पांच करोड़ यूनिट का फासला बना हुआ है। ऐसे में कटौती की जद में शहर और उद्योग भी आ चुके है. प्रदेश में 5 हजार से अधिक आबादी के गांवों और शहरों में 1 से लेकर तीन घंटे का पॉवर कट घोषित किया गया है।
देशव्यापी विद्युत संकट से 16 राज्य विद्युत उत्पादन, आपूर्ति तथा मांग में असंतुलन से अधिक प्रभावित हैं जिनमें राजस्थान भी है, इस कारण मजबूरन प्रदेश में विद्युत आपूर्ति में कुछ कटौति भी करनी पड़ रही हैं।
— Bhanwar Singh Bhati (@BSBhatiInc) April 29, 2022
राज्य सरकार संकट निस्तारण की हर सम्भावना पर युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है, इस संघर्ष में मेरी आप सभी से विनम्र अपील हैं कि आप राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करें।
— Bhanwar Singh Bhati (@BSBhatiInc) April 29, 2022
प्राथमिकता के आधार पर ही विद्युत का उपयोग करें। विद्युत के अपव्यय को रोकने हेतु निम्न उपाय करें।
आपको बता दें कि प्रदेश की विद्युत उत्पादन निगम की 5 यूनिट से बिजली उत्पादन बंद है। बिजली किल्लत के चलते ऊर्जा विभाग इन्हें जल्द शुरू करने की तैयारी करने में जुटा हुआ है। इनमें से तीन यूनिट मई के पहले या दूसरे सप्ताह में चालू होने की संभवना है और दो यूनिट करीब 2 माह बाद चालू हो पाएगी। राजस्थान में इस वक्त कालीसिंध— 600 मेगावाट, छबड़ा थर्मल— 250 मेगावाट, सूरतगढ़ थर्मल (सुपर क्रिटिकल)— 660 मेगावाट, सूरतगढ़ थर्मल (सब क्रिटिकल)— 250 मेगावाट और कोटा थर्मल प्लांट— 210 मेगावाट की यूनिट बंद है। जिससे प्रदेश में बिजली संकट में बढ़ोत्तरी हुई है।
बूंदी में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले पॉक्सो कोर्ट का अहम फैसला, दो आरोपियों को सुनाई मौत की सजा

ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि प्रदेश में प्रतिदिन लगभग 5 करोड़ यूनिट बिजली की कमी है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अप्रैल में बिजली की मांग में लगभग 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। साथ ही पीक डिमांड भी 22 प्रतिशत बढ़कर 14200 मेगावाट तक पहुंच गई है। इस माह बिजली की खपत 28 करोड़ यूनिट प्रतिदिन के पार पहुंच चुकी है। वही, सीएम गहलोत ने इसे राष्ट्रीय संकट मानते हुए लोगों से व्यर्थ बिजली खर्च ना करने की अपील भी की है।
#प्रदेशवासियों_से_विनम्र_अपील#विद्युत_की_बचत_ही_विद्युत_का_उत्पादन_है।
— Bhanwar Singh Bhati (@BSBhatiInc) April 29, 2022
विद्युत अपव्यय पर लगाएं रोक, विद्युत का करें सदुपयोग । pic.twitter.com/ls6Ie04fo7
हालात बिगड़े तो राजस्थान के शहरी में 5 और ग्रामीण इलाकों में भीषण गर्मी के दौरान 10 घंटे तक रोजाना बिजली की कटौती की जा सकती है। अप्रैल 2021 की तुलना में इस साल 6 करोड़ 69 लाख यूनिट की डिमांड बढ़ी है, जबकि उत्पादन घटा गया है। जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड और जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को लोड शेडिंग कर फिलहाल करीब 2 करोड़ 12 लाख यूनिट बिजली की कटौती करनी पड़ रही है। रोटेशन के तहत फीडर को बंद करके अलग-अलग इलाकों की बिजली काटी जा रही है। अब तक इसकी सबसे ज्यादा मार गांवों और कस्बों पर पड़ रही थी। अब शहरी इलाकों में भी रोस्टर से बिजली काटने के निर्देश दे दिए गए हैं।
