Rajasthan Breaking News: मरूधरा पर मंडराया डार्क जोन का खतरा, जमीन का जलस्तर लगात्तार कम होने से 9 जिलों में बढ़ा जल संकट
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की इस वक्त की बड़ी खबर में आपको बता दें कि मरूधरा पर डार्क जोन का खतरा बढ़ रहा है। मरूधरा के 9 जिलों की स्थिति चेन्नई जैसी हो गई है। इन जिलों में 100 प्रतिशत भूजल डार्क जोन में चले गए हैं। राज्य के भूजल विभाग की यह रिपोर्ट वाकई डराने वाली है क्योंकि इन आकंड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में कहीं चेन्नई जैसी स्थिति राजस्थान के इन जिलों की न हो जाए।
Water crisis during summer in Rajasthan !!#WaterCrisis #WaterIsLife pic.twitter.com/niKeEYo7BR
— Arun Deshpande 🇮🇳 75🇮🇳 (@ArunDeshpande20) May 20, 2022
राजस्थान में 295 में से 203 ब्लॉक डार्क जोन में चले गए यानि राज्य के 70 प्रतिशत भाग अतिदोहित श्रेणी में चला गया है। भूजल विभाग के चीफ इंजीनियर सूरजभान सिंह का कहना है कि राज्य में लगातार स्थिति बहुत ज्यादा चिंताजनक है। ऐसे में कई विभागों को सचेत भी किया जा चुका है। जिन क्षेत्रों को डार्क जोन घोषित किया जा चुका है, उन क्षेत्रों में ट्यूबवेल खोदने के लिए मना किया गया है और भूजल बढ़ाने के लिए प्रयास करने के लिए कहा है।
राजस्थान में अलवर के सभी 14 ब्लॉक, अजमेर के सभी 9 ब्लॉक, भीलवाड़ा के सभी 12 ब्लॉक, चित्तौडगढ़ के सभी 11 ब्लॉक, दौसा के सभी 6 ब्लॉक, जैसलमेर के सभी सभी 3 ब्लॉक, जालोर के 7 ब्लॉक, झुंनझुंनू के 8 ब्लॉक, नागौर के 14 में 12 ब्लॉक डार्क जोन घोषित किए जा चुके है।
राजधानी जयपुर में 15 में से 14 ब्लॉक डार्क जोन में शामिल हैं। आमेर, बैराठ, बस्सी, चाकसू, दूदू, गोविंदगढ, जालसू, जमवारामगढ, झोटवाडा, कोटपुतली, पावटा, सांभर, सांगानेर, शाहपुरा डार्क जोन में शामिल हो चुके हैं। दूसरी तरफ भूजल विभाग की रिपोर्ट ये बताती है कि पानी का संचय करना ही काफी नहीं होगा। बल्कि भूजल स्तर को बढाना बहुत जरूरी होगा क्योंकि आने वाले दिनों में यदि पानी का रिचार्ज नहीं हुआ तो जलसंकट के लिए और भी हालात बिगड़ सकते हैं।