Rajasthan Breaking News: सीएम गहलोत ने अपने इस्तीफे को लेकर कहा— मेरा इस्तीफा तो परमानेंट सोनिया गांधी के पास
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि सीएम अशोक गहलोत का आज एक बड़ा बयान सामने आया है। सीएम गहलोत ने अपने इस्तीफे को लेकर कहा है कि, मीडिया में चर्चा चलती रहती सरकार या मुख्यमंत्री बदल रहा, लेकिन आप लोग चिंता मत करो। मेरा इस्तीफा तो परमानेंट सोनिया गांधी के पास है। अगर कुछ होगा, तो लोगों को कानों कान पता ही नहीं चलेगा। राजस्थान राजस्व सेवा परिषद के राज्य स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज यह बड़ा बयान दिया है।

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हम सबको मिलकर राजस्थान को मजबूत बनाना है और रही बात राजनैतिक मजबूती की तो वो मैं वैसे ही मजबूत हूं। तीन बार मुख्यमंत्री बन गया हूं। उहोंने कहा कि लोग मुझे कहते भी हैं कि आप CM नहीं लगते। कई लोग तामझाम रखते हैं, 2 बॉडीगार्ड रखते हैं, मैं तो सिंपल ही रहना चाहता हूं। कोरोना ने सबको सिखा दिया। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि ओल्ड स्कीम पेंशन की मांग किसी ने नहीं की और लागू होने के बाद लाखों लोग आभार जता रहे है। ऐसे में कई नेता अब मेरे पास आते है और कहते है की आपने तो बिना मांगे ही मांग पूरी कर दी।
ओपीएस के जैसे ऐतिहासिक फैसले से कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा मिल सकेगी। इसकी देशभर में चर्चा हो रही है, अब राजस्थान की तर्ज पर केन्द्र में प्रधानमंत्री को ओपीएस लागू करना चाहिए। राज्य सरकार सुनिश्चित करेगी कि कार्मिकों को समय पर पदोन्नति मिलें।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 23, 2022
सीएम गहलोत ने कहा है कि मैंने हमेशा जनता के हित में फैसले किए है। बीजेपी की अलग विचारधारा है, लेकिन हमारी विचारधारा सभी को साथ लेकर चलने की है। सरकारें आना-जाना जनता के ऊपर निर्भर करता है। ये कहते है कि 70 साल में क्या किया है। पहले 33 करोड़ देवी-देवता थे और अब 135 करोड़ देवी देवता है। सरकार की योजनाएं सभी तक पहुंचाना है, जिससे कि हर व्यक्ति को इनका फायदा मिल सके।

सीएम गहलोत ने पूरे देश में कर्मचारियों के हित में ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने की मांग करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को इसके लिए आगे आना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारियों को समय पर प्रमोशन मिलना चाहिए। आईएएस और आईपीएस लेवल के कर्मचारी तो अपना प्रमोशन करवा लेते हैं, लेकिन आपका समय पर नहीं होता। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि 34 दिनों तक हमे होटलों में रहना पड़ा। वो बिल्कुल नया अनुभव था और सरकार बच गई। गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि जो घोषणाएं की है। वो कैसे लागू होंगी, पैसा तो है नहीं ? मैंने कहा-'आप चिंता मत करो। मैं इसे लागू करके दिखाऊंगा।
