Rajsamand में रेत माफियाओं द्वारा युवक की हत्या के मामले में दो युवको को किया गिरफ्तार, कस्बे में दूसरे दिन रही शांति

राजसमंद न्यूज़ डेस्क,रेत माफिया द्वारा राजसमंद के आमेट कस्बे के समीप सोमवार की रात ट्रैक्टर से कुचलकर एक युवक की हत्या करने के मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बालू माफिया द्वारा एक युवक की हत्या के मामले में मंगलवार को छिड़े विवाद के बाद बुधवार को शहर में शांति का माहौल देखा गया। शीतलाष्टमी पर्व के चलते आज कस्बे के बाजार बंद रहे। वहीं मृतक के परिजनों व आसपास के लोगों ने शीतलाष्टमी का पर्व नहीं मनाया. सोमवार की रात रेत माफिया से विवाद के चलते मनीष पालीवाल पुत्र 28 वर्षीय नंदलाल पालीवाल की ट्रैक्टर से कुचलकर मौत हो गई थी. जिसके विरोध में कस्बे के निवासियों ने मंगलवार को करीब 9 घंटे तक रेत माफिया के खिलाफ अपना कारोबार बंद कर विरोध प्रदर्शन किया. जिसके बाद परिजनों को पुलिस प्रशासन से समझाइश कर शव का पोस्टमार्टम कराया गया और शव परिजनों को सौंप दिया गया, जिसके बाद विरोध शांत हुआ.
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी के निर्देशन में 15 सदस्यीय टीम का गठन किया गया, जिसमें हनुवंत सिंह एसएचओ राजनगर, देवेंद्र सिंह एसएचओ आमेट, भवानी शंकर एसएचओ चारभुजा, एएसआई विशाल, जयसिंह, निशार अहमद, खेमराज, हेड कांस्टेबल भंवर लाल, बालूसिंह, आरक्षक जय नारायण, हंसराज, हरि शंकर, गणपत सिंह, बलवीर सिंह, सुमित कुमार की टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की और आरोपी को हिरासत में लेकर गहराई से पूछताछ करने पर मृतक मनीष पालीवाल मारा गया. मुख्य आरोपी पप्पू सिंह रावत '21' पुत्र केशर सिंह निवासी गंगागुड़ा और मोहन सिंह '23' पुत्र रूप सिंह निवासी गंगागुड़ा को गिरफ्तार किया गया.
पुलिस द्वारा की गई गहन पूछताछ में दोनों आरोपियों ने ट्रैक्टर से कुचलकर मनीष कुमार की हत्या करने की घटना कबूल की है. सोमवार की रात बजरी माफिया द्वारा मनीष पालीवाल की हत्या के बाद उपजे विवाद के दौरान आमेट कस्बे में शांति का माहौल रहा. पूरे दिन शहर में माहौल तनावपूर्ण बना रहा। बुधवार को शहर में कुछ ऐसी ही शांति नजर आई। लोगों को अपने रूटीन काम में व्यस्त रहना चाहिए। शीतलाष्टमी के कारण पूरे शहर में व्यवसायिक व्यवसाय बंद रहे। उधर, मृतक के परिजनों को सांत्वना देने के लिए शहर की कई सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी व गणमान्य लोगों ने उनके घर पहुंचकर उन्हें सांत्वना दी. होली के बाद आने वाले रंगों के इस त्योहार शीतलाष्टमी पर मृतक के परिजनों व आसपास के लोगों ने इस बार किसी भी तरह का रंगों का त्योहार नहीं मनाने का निर्णय लिया है. परिजनों ने दो दिनों में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर संतोष जताया।