Chittorgarh के रिहायशी इलाके में अचानक वन्य जीव ऊदबिलाव के आने से मचा हड़कंप, वनकर्मियों के आने से पहले हुआ गायब
चित्तौरगढ़ न्यूज़ डेस्क,बुधवार को रावतभाटा में अचानक जंगली जानवर ऊदबिलाव आने से पीडब्ल्यूडी कार्यालय के पास रिहायशी इलाके में हड़कंप मच गया. मोहल्ले में एक मादा ऊदबिलाव को उसके दो बच्चों के साथ दौड़ता देख अचानक लोग घबरा गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि वे चंबल नदी से लगे नाले से रिहायशी कॉलोनी में आए होंगे.
रावतभाटा वन अधिकारी जय प्रकाश सिंह चौहान ने बताया कि ऊदबिलाव देखे जाने की सूचना मिली है. इस पर वनकर्मियों को मौके पर भेजा गया, लेकिन तब तक ऊदबिलाव उसी रास्ते से नदी में लौट आए, जिस रास्ते से आए थे.
भैंसरोडगढ़ वन्यजीव अभयारण्य के क्षेत्रीय वन अधिकारी दिनेश नाथ ने कहा कि ऊदबिलाव इंसानों पर हमला नहीं करते हैं। दोबारा दिखे तो नुकसान न करें और वन विभाग को सूचना दें।
वन विभाग के अनुसार ऊदबिलाव अत्यंत दुर्लभ वन्य जीवों की सूची में आता है। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत ऊदबिलाव को अनुसूची-I श्रेणी में रखा गया है। इस श्रेणी में बाग, तेंदुआ, मोर सहित विलुप्त हो रहे वन्य जीवों को रखा गया है। वहीं रावतभाटा में राणा प्रताप सागर बांध के अनुप्रवाह में अभयारण्य के चंबल नदी क्षेत्र में पुल स्थल के पास आधा दर्जन से अधिक ऊदबिलाव रहते हैं.
वर्ष 2019 में जल संकट के दौरान बांध के 17 गेट खोले गए थे। तब यहां से ऊदबिलाव के विस्थापित होने की आशंका थी, लेकिन कुछ समय बाद वे फिर से इसी इलाके में नजर आए। चंबल नदी में पानी की आवक तेज होने के कारण मंगलवार से बांध के 6 गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है. ऐसे में ऊदबिलाव के फिर से नदी से भटककर रिहायशी इलाके में आने की आशंका है।
