Rajasthan Assembly Election 2023: विधानसभा चुनावों से पहले सीएम गहलोत का आज बीकानेर जिले का दौरा, किसान सम्मेलन में शिरकत कर सभा को करेंगे संबोधित
बीकानेर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सीएम गहलोत अब पूरी तरह से एक्टिव हो चुके है और इसी के चलते सीएम गहलोत प्रदेशभर का दौरा कर जनसंपर्क कर रहे है। इसी कड़ी में आज सीएम गहलोत का बीकानेर जिले का दौरा प्रस्तावित है। बीकानेर में सीएम गहलोत किसान सम्मेलन में शिरकत करेंगे और यहां किसानसभा को संबोधित करेंगे। सीएम गहलोत आज 1 बजे बीकानेर के नोखा में जसरासर गांव में किसान सम्मेलन में शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि सीएम गहलोत बुधवार सुबह 11 बजे सीकर पहुंचेंगे। सीकर में महंगाई राहत शिविर का अवलोकन करने के बाद दोपहर 12.15 बजे वे हेलीकॉप्टर से जसरासर के लिए रवाना होंगे। दोपहर करीब 1 बजे जसरासर पहुंचने के बाद जसरासर में आयोजित होने वाले किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
राजस्थान कृषि उद्योग विकास बोर्ड के अध्यक्ष और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी बीकानेर जिले के नोखा के पास जसरासर में आज बड़ा किसान सम्मेलन करने जा रहे हैं। रामेश्वर डूडी के किसान सम्मेलन में सीएम अशोक गहलोत, प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और सभी मंत्रियों, कांग्रेस विधायकों को बुलाया है। वहीं, इस किसान सम्मेलन में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को नहीं बुलाया है। डूडी इस सम्मेलन के जरिए शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं।विपक्ष में रहकर साथ संघर्ष करने वाले सचिन पायलट को सम्मेलन में नहीं बुलाने को नए सियासी समीकरण से जोड़कर देखा जा रहा है। विपक्ष में साथी रहे डूडी अब पायलट से अलग हो गए हैं। डूडी ने पायलट को सम्मेलन में बुलाया तक नहीं, इसे दोनों के बीच तल्खियां बढ़ने से जोड़कर देखा जा रहा है।
रामेश्वर डूडी के किसान सम्मेलन में गहलोत खेमे के ज्यादातर नेताओं के जुटने की तैयारी है। सम्मेलन में सीएम, प्रभारी और प्रदेशाध्यक्ष के जुटने से बाकी कांग्रेसी नेता भी शामिल हो रहे हैं। यह सम्मेलन डूडी के साथ गहलोत खेमे का शक्ति प्रदर्शन भी बनता हुआ दिख रहा है। पायलट के पुराने साथी रहे डूडी के इस शक्ति प्रदर्शन को राजस्थान कांग्रेस में अहम सियासी घटना के तौर पर देखा जा रहा है। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक रामेश्वर डूडी का किसान सम्मेलन और इसमें गहलोत खेमे के नेताओं का जमावड़ा नए सियासी समीकरणों की आहट देता है। इसे पायलट को सियासी जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। रामेश्वर डूडी विपक्ष में रहते हुए पायलट के नजदीकी थे। अब उन्हीं डूडी से पायलट को सियासी जवाब देने की रणनीति अपनाई गई है।