Rajasthan Breaking News: अलवर पहुंची बीजेपी की जांच कमेटी, माॅब लिंचिंग मामले पर राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना
अलवर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि अलवर के माॅब लिंचिंग मामले की जांच के लिए आज बीजेपी के तीन सदस्य कमेटी अलवर पहुंची है। अलवर जिले के गोविंदगढ़ में 14 अगस्त को चिरंजी लाल सैनी की मॉब लिंचिंग में मौत हो गई थी और इस मामले की जांच के लिए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने 3 सदस्यीय समिति गठित की थी। जिसमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री अरुण चतुर्वेदी, उपनेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र राठौड़ और विधायक मदन दिलावर को शामिल किया गया है। इस जांच समिति ने आज अलवर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
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अलवर के गोविंदगढ़ में हुई मॉब लिंचिंग की घटना के संबंध में पत्रकारों से वार्ता के दौरान वक्तव्य...#Alwar #Rajasthan @BJP4India @BJP4Rajasthan pic.twitter.com/nesTBRrq4T
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) August 18, 2022
बीजेपी की इस जाँच समिति के अलवर पहुंचने पर अलवर के राजगढ़ में भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने समिति का स्वागत किया है। इस दौरान राजेंद्र सिंह राठौड़ ने प्रदेश सरकार पर जुबानी हमला करते हुए निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हालात लगातार खराब हो रहे हैं। प्रदेश में दहशत का माहौल है आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं। कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और गुंडाराज कायम हो गया है। राठौड़ ने सीधे-सीधे अशोक गहलोत को वर्तमान परिस्थिति के लिए जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री गृहमंत्री भी हैं, वो जिम्मेदार हैं। इससे पहले अलवर सर्किट हाउस में भाजपा के नेताओं विधायकों ने समिति के पदाधिकारियों का स्वागत किया और 3 सदस्यीय पैनल ने गोविंदगढ़ में पीड़ित परिवार से मुलाकात भी की है। इस दौरान भाजपा के जिला स्तरीय नेता भी मौजूद रहे है।
बता दे कि अलवर के गोविंदगढ़ कस्बे के पास एक गांव में 14 अगस्त को मॉब लिंचिंग कि घटना हुई थी। जिस में आरोप है कि 15 से 20 लोगों ने एक सब्जी बेचने वाले व्यक्ति को चोर समझकर बुरी तरह पीटा। इस घटना में चिंरजी लाल नाम का सब्जी वाला गंभीर रूप से घायल हो गया। मामले की सूचना मिलते ही ग्रामीण और परिजन मौके पर पहुंचे। उन्होंने इलाज के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया और बाद में हालत गंभीर होने पर उसे जयपुर रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाद गुस्साए परिजन व ग्रामीणों ने थाने का घेराव किया था और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की थी।