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Rajasthan Breaking News: सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगे 16 लाख रूपए, तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

 
Rajasthan Breaking News: सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगे 16 लाख रूपए, तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

अजमेर न्यूज डेस्क। राजस्थान की इस वक्त की बड़ी खबर अजमेर जिले से सामने आ रहीं है। जहां पर अजमेर की एक युवती को सेंट्रल पूल कोटे में मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने का झांसा देकर 16 लाख रुपए हड़पने का मामला सामने आया है। पीड़िता के पिता का आरोप है कि आरोपियों ने विश्वास दिलाने के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण द्वारा जारी फर्जी दस्तावेज दिए। अलवर गेट पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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अजमेर के नसीराबाद रोड अजमेर निवासी युवती के पिता ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसकी पुत्री ने साल 2019 में 12वीं क्लास पास की और एमबीबीएस परीक्षा की तैयारी करने लगी। वर्ष 2021-22 के लिए वह गर्वमेन्ट मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने के लिए प्रयासरत थी। इस दौरान पोन्डा जिला दक्षिण गोवा निवासी वेंकटेंश पांचाल ने सम्पर्क किया और बताया कि वह भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से अधिकृत प्रतिनिधि है। विश्वास दिलाया कि उसकी पुत्री का बीजे गर्वमेन्ट मेडिकल कॉलेज जयप्रकाश नारायण रोड पुणे में शैक्षणिक वर्ष 2021-2022 के लिए एमबीबीएस में दाखिला करवा देगा। इसके लिए आरोपी विनायक वेंकटेश पांचाल की ओर से तीस लाख रुपए की मांग की। जिस पर 15 लाख रुपए एडवांस भी लिया।

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आरोपी ने बाद में दो डिमांड ड्राफ्ट 10 हजार व 94 हजार बैंक से बनवाकर बीजे गर्वमेन्ट मेडिकल कॉलेज के नाम से प्राप्त किए। इसके बाद 5 मार्च को भारत सरकार के स्वास्थ एंव परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी ऑफिस मेमोरेण्डम भी बेटी के नाम से भेजा, जिस पर चन्दन कुमार सैक्शन ऑफिसर का बड़ा स्टाम्प गोल मोहर एंव हस्ताक्षर अंकित है। इसके अनुसार उसका सेन्ट्रल पूल कोटा के तहत प्रवेश के लिए चयन किए जाने की घोषणा है। पुत्री से आरोपी विनायक वेंकटेश पांचाल की ओर से 11 मार्च 2022 का 100 रुपए का नॉनज्यूडिशल स्टाम्प पर एक एफिडेविड भी कराया गया।

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फीस रसीद प्राप्त होने के बाद वह बीजे गर्वमेन्ट मेडिकल कॉलेज पुणे पर जाकर प्रवेश प्रक्रिया कार्य के लिए एडमिशन रजिस्ट्रार जावेद से सम्पर्क किया गया तो पता चला कि बेटी का नाम कॉलेज के प्रवेशित छात्रों की सूचित में नहीं है। इसके बाद दोनों को फोन किया तो नम्बर स्विच ऑफ आ रहा है। रसीद व दस्तावेज भी फर्जी पाए गए। पीड़ित ने अलवर गेट थाने में रिपोर्ट देकर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर विनायक वेंकटेश पांचाल, सिद्धार्थ सिन्हा, एडमिशन रजिस्ट्रार जावेद के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।