Floods in Rajasthan: राजस्थान के हाड़ौती क्षेत्र में बाढ़ के हालात, सीएम अशोक गहलोत बाढ़ प्रभावित इलाकों का करेंगे हवाई सर्वेक्षण
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में पिछले दिनों हुई अति बारिश के चलते नादियों और बांधों में उफान आ चुका है। इससे राजस्थान के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए है। इससे सबसे अधिक प्रभावित राजस्थान का हाड़ौती संभाग हुआ है और यहां पर कई गांव जलमग्न हो चुके है। कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। कोटा संभाग में भारी बारिश और नदियों में उफान होने के चलते बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं.।जिससे कई लोग बेघर हो गए। चंबल, कालीसिंध, पार्वती और परवन नदी के उफान पर होने के चलते कई गांव टापू बन गए हैं। इन गांवों के कच्चे और पक्के मकान भी नदियों में आए भारी पानी के बहाव के साथ बह गए। साथ ही कच्चे और पक्के मकान भी इन बारिश में टूट गए है।
#Kota सरहद पर सेना और जलप्रलय तथा बाढ़ में #SDRF बनी हैं आमजन की रक्षा कवच,#SDRF का पूरे प्रदेशभर में राजस्थान कमांडेंट राजकुमार गुप्ता IPS के निर्देशन में सराहनीय रेस्क्यू कार्य जारी,इसी कड़ी में @SDRFRaj ने काली सिंध नदी के टापू पर फ़ंसे काथून गाँव के 37 लोगों को किया रेस्क्यू pic.twitter.com/Q79UO8wkbD
— सिरोही की आवाज (@Sirohikiaawaz) August 24, 2022
इसको देखते हुए आज सीएम अशोक गहलोत हाड़ौती इलाके का हवाई सर्वेक्षण और आम जनता और बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करेंगे। इस दौरे में उनके साथ प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और कोटा के प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा भी साथ रहेंगे। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और कोटा के प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा बुधवार देर रात को ही कोटा पहुंच गए हैं। बारां जिले के अंता से विधायक और खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया भी बारां और झालावाड़ जिले में सीएम गहलोत के साथ दौरे पर जाएंगे। सीएम अशोक गहलोत जयपुर से 10:30 बजे हेलीकॉप्टर से रवाना होंगे और बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करते हुए 11:30 बजे कोटा पहुंचेंगे, कोटा के भारी वर्षा प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण करेंगे व आम जनता से मुलाकात भी करेंगे।
बता दे कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले 2 दिन से गुजरात और दिल्ली दौरे पर थे। दिल्ली से जयपुर पहुंचने के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा तय किया है। वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक दिन पहले ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के जिला कलेक्टर को निर्देश दिए थे कि वो बाढ़ प्रभावित आमजन को तत्काल आपदा राहत पहुंचाए। साथ ही किसानों की फसल खराबे की गिरदावरी करें। भारी बारिश से चंबल का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर 15.81 मीटर पर चल रहा है, नदी में बढ़े जलस्तर के कारण धौलपुर जिले के 120 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। वहीं 80 गांवों की बिजली काटनी पड़ी है, जिले में लगातार सेना और एसडीआरएफ कि टीम राहत बचाव कार्य में लगे हुए हैं।