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Rajasthan Breaking News: करौली में पथराव के बाद बंद पड़ी इंटरनेट सेवा को आज से किया शुरू, नेट सेवा शुरू होने लोगों को मिली राहत

 
Rajasthan Breaking News: करौली में पथराव के बाद बंद पड़ी इंटरनेट सेवा को आज से किया शुरू, नेट सेवा शुरू होने लोगों को मिली राहत

करौली न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि करौली जिले में हिंदू नववर्ष पर हुए उपद्रव और पथराव के बाद बंद पड़ी इंटरनेट सेवा को आज से शुरू कर दिया गया है। जिले में हालात सामान्य होने के बाद प्रशासन ने इंटरनेट सेवा को फिर से शुरू किया है। शहर में 10 दिन बाद इंटरनेट सेवा शुरू की गई है। इंटरनेट सेवा शुरू होने से स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। बीते दस दिनों से यहां के लोगों के पास किसी तरह की कोई सूचना नहीं मिल पा रही थी। शांति समिति ने पुलिस प्रशासन से इंटरनेट सेवा बहाल करने की मांग की थी, जिसके बाद प्रशासन ने इंटरनेट सेवा शुरू कर दिया है।

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करौली में हिंदू नववर्ष पर निकाली गई बाइक रैली पर एक समुदाय के लोगों ने पथराव किया था। साथ ही कई दुकानों और घरों के आग के हवाले कर दिया गया था। इस हिंसा में सैकड़ों लोग घायल हो गए थे। वहीं पुलिस ने 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था। हालात बिगड़ते देख प्रशासन ने आनन-फानन में धारा 144 लागू करते हुए कर्फ्यू भी लगा दिया था, लेकिन धीरे-धीरे हालात सामान्य होने के बाद कर्फ्यू में ढ़ील दी जा रही है। आज स्थिति सामान्य होने के बाद कर्फ्यू में 8 घंटे की ढ़ील दी गई है और साथ इंटरनेट सेवा को भी बहाल कर दिया गया। वहीं, प्रशासन ने कल करौली में 9 घंटे की ढ़ील देने की घोषणा की है।

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करौली हिंसा को लेकर राज्य में मुख्य विपक्षी दल भाजपा गहलोत सरकार पर हमलावर है। इसी सिलसिले में बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल आज राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर कानून व्यवस्था बनाए रखने में दखल देने की मांग की है। बीजेपी ने करौली हिंसा के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जिम्मेदार ठहराया है। प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि इस दंगे से राजस्थान पूरे देश में शर्मसार है। कांग्रेस सरकार तुष्टिकरण को बढ़ावा दे रही है। इस कोरोना के वक्त पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को कोटा में रैली की अनुमति दी गई और राजस्थान में रामनवमी पर कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई। बहुसंख्यक समाज के साथ सरकार अन्याय कर रही है।