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Rajasthan Political Crisis : ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने हाईकमान से की मांग, नाफरमानी करने वाले विधायको को मंत्रिमंडल से किया जाएं बर्खास्त

 
Rajasthan Political Crisis : ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने हाईकमान से की मांग , नाफरमानी करने वाले विधायको को मंत्रिमंडल से किया जाएं बर्खास्त

जोधपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में कांग्रेस आलाकमान की नाफरमानी के चलते तीन नेताओं को शो कॉस नोटिस थमाया गया है। खबर सावर्जनिक होते ही ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने देर रात ट्वीट किया. निशाने पर शांति धारीवाल और महेश जोशी ही रहे। अंग्रेजी में किए ट्वीट में लिखा की त्वरित प्रभाव से दोनों माननीयों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया जाए। कांग्रेस की राजनीति में मचे बवाल  के बीच दिल्ली में सोनिया गांधी को पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट सौंप दी गई। रिपोर्ट के आधार पर महेश जोशी शांति, धारीवाल और आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ को नोटिस जारी कर दिया गया। उनसे 10 दिन में जवाब मांगा गया है। 

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अपनी पोस्ट में दिव्या ने लिखा है कि जिस तरह से सचिन पायलट, रमेश मीणा और विश्वेंद्र सिंह को बिना नोटिस के मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया गया था, उसी तरह से अब शांति धारीवाल और महेश जोशी को भी तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाना चाहिए। क्योंकि इन दोनों ने हाईकमान को खुलेआम चुनौती दी है। इसके साथ ही दिव्या मदेरणा ने रविवार को शांति धारीवाल के घर पर हुई बैठक का वीडियो भी शेयर किया जिसमें धारीवाल विधायकों को संबोधित कर रहे हैं।  दिव्या मदेरणा ने लिखा की साफतौर पर हाई कमान को चुनौती दी जा रही है। दिव्या खुलेआम प्रदेश पदाधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल चुकी हैं। उन्होंने रविवार की घटना को आधार बना मंगलवार को ट्वीट कर कहा था कि पार्टी के मुख्य सचेतक महेश जोशी अगर हाईकमान के निर्देशों की पालना नहीं करते हैं तो मैं उनको मुख्य सचेतक नहीं मानती और उनके निर्देशों की पालना नहीं करूंगी। 

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गौरतलब है कि 2020 में जब सचिन पायलट और उनके खेमे ने बगावत की थी तब मानेसर में कैंप किया गया था। उस समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय नेतृत्व को शामिल करते हुए कई बड़े निर्णय लिए थे। जिसमें पायलट को प्रदेश अध्यक्ष पद के साथ ही उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त किया गया था। इसके अलावा उनका साथ दे रहे मंत्रियों को भी मंत्री पद से बहार कर दिया गया था। तब उन्हें नोटिस तक जारी नहीं किया गया था।