Rajasthan Breaking News: राजस्थान में आज से राजीव ग्रामीण ओलिंपिक महामुकाबलों का आगाज, सीएम गहलोत ने जोधपुर से किया शुभारंभ
जोधपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की इस वक्त की बड़ी खबर में आपको बता दें कि सीएम गहलोत जोधपुर के तीन दिवसीय दौर पर पहुंच चुके है और यहां पर सीएम गहलोत राजस्थान ग्रामीण ओलिंपिक खेलों का शुभारंभ किया है। बता कि राजस्थान में आज से ग्रामीण ओलिंपिक महामुकाबलों का आगाज हो चुका है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत खेल मंत्री अशोक चांदना, प्रभारी मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग और राज्य खेल परिषद की अध्यक्ष कृष्णा पूनिया जोधपुर के पाल गांव में पहुंचे। इस दौरान सीएम गहलोत ने ओलिंपिक का शुभारंभ किया है।
राजीव ग्रामीण ओलिंपिक में 11 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतों के 44 हजार से ज्यादा गांव में 5 अक्टूबर तक गेम्स होंगे। मुख्यमंत्री के सुबह 9:39 बजे हेलिकॉप्टर से पाल गांव पहुंचे। दोपहर 12 बजे तक गहलोत खेल मैदान पर मौजूद रहेंगे। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग भी मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर के निकट पाल गांव में ग्रामीण ओलिंपिक खेलों का ध्वजारोहण कर शुभारंभ किया। इसके बाद उन्होंने खिलाड़ियों की परेड की सलामी ली। सीएम ने संबोधित करते हुए कहा- मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर आज खेल दिवस है। वो वास्तव में खेलों के जादूगर रहे। आज इतिहास बनने जा रहा है खेल जगत का। पूरे देश व दुनिया में ऐसा कभी नहीं हुआ होगा, जब गांवों में 2 लाख 21 हजार टीमें बनी हैं। 10 लाख महिला खिलाड़ी भी शामिल हैं।
राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेलों का राज्यस्तरीय शुभारंभ समारोह https://t.co/NBY2t9TeQe
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 29, 2022
सीएम गहलोत ने कहा है कि ओलिंपिक व कॉमनवेल्थ जैसे गेम्स ने बहुत लंबा सफर तय कर लिया, लेकिन देश को अभी तक इतनी कामयाबी नहीं मिली। इतनी बड़ी आबादी के बावजूद हमसे छोटे देश ज्यादा पदक जीत रहे हैं। इस बात का दर्द पूरे देश के खेल जगत से जुड़े लोगों को रहता है। सभी सोचते हैं कि काश हम मेडल लेकर आते। इसी सोच के साथ यह आयोजन किया जा रहा है। इसमें कोई राजनीति नहीं है। किसी भी दल से हमारी कोई दुश्मनी नहीं है, लड़ाई केवल विचारधारा की होती है। 29 अगस्त से 5 अक्टूबर तक हो रहे इस ओलिंपिक की खास बात यह है कि हर उम्र के लोग इस खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। गांव के बच्चे-बच्चियां और युवक-युवतियां ही नहीं, दादा-पोते, चाचा-भतीजे, ताऊ-भतीजे, काकी-बुआ, देवरानी-जेठानी सभी खेल के मैदान पर जोर आजमाइश करते नजर आएंगे।