Rajasthan Politics News: आरएलपी प्रमुख बेनिवाल का बड़ा बयान आया सामने, कहा- पायलट को अब कांग्रेस छोड़कर अलग पार्टी बनाना चाहिए
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में इस साल होने वाले विधानसभा के चुनावों से पहले सचिन पायलट के अनशन करने और कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना के चलते प्रदेश की राजनीति में हलचल मची हुई है। वहीं विधानसभा चुनावों के चलते सभी राजनीतिक दल अब तैयारियों में जुट गए है। इसी के चलते आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनिवाल प्रदेशभर के दौरे कर रहे है। इसी कड़ी में राजस्थान में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल मंगलवार को अपने एक दिवसीय प्रवास पर उदयपुर आए। इस दौरान एक निजी होटल में मीडिया से मुखातिब होते हुए बेनीवाल आरपीएससी पेपर लीक प्रकरण के साथ प्रदेश की सियासत पर खुलकर अपनी बात को रखा। साथ ही सचिन पायलट को लेकर भी बड़ा बयान दिया है।
आरएलपी प्रमुख हनुमानबेनीवाल ने कहा कि सचिन पायलट को अब कांग्रेस छोड़कर अपनी अलग पार्टी बना लेनी चाहिए, जिससे राजस्थान में तीसरे मोर्चे को मजबूती मिलेगी और आने वाले चुनाव में तीसरा मोर्चा ही अपनी सरकार बनाएगा। इस संदर्भ में सचिन पायलट से भी उनकी चर्चा हो चुकी है। पायलट अगर उनकी पार्टी में आना चाहें तो स्वागत है, लेकिन उनका कद इतना बड़ा है कि वह आरएलपी में नहीं आएंगे। बेनीवाल ने आगामी विधानसभा चुनाव में तीसरे मोर्चे के बिना सरकार नहीं बनने का दावा किया। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट से चल रहे विवाद को निपटाने के बाद भी कांग्रेस पार्टी इस चुनाव में अपनी सरकार नहीं बना पाएगी। बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में गहलोत वसुंधरा का गठबंधन है, यही कारण है कि दोनों एक दूसरे के कार्यकाल में किए हुए भ्रष्टाचार को दबाने का काम करते हैं।
क्योंकि आज CM ,RPSC सदस्य को हिरासत में लेने की जानकारी ट्वीट करके दे रहे है वहीं कुछ समय पहले मुख्यमंत्री ने ही ढोल पीटकर पेपर लीक मामले में अफसरों को क्लीन चिट दी ऐसे में राज्य की जांच एजेंसी गहनता से जांच करके असली गुनेहगार और सरगनाओं के नाम सामने लाए इस बात में संदेह है
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) April 18, 2023
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आरपीएससी पेपर लीक प्रकरण मामले पर बोलते हुए बेनीवाल ने कहा कि जब पेपर लीक हुआ था, उसी दिन से लेकर आरएलपी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे हुए हैं। इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं। लेकिन प्रदेश सरकार मामले में लीपापोती करने पर तुली हुई है। यही कारण है कि पहले पुलिस और एसओजी से इसकी जांच कराई जा रही है।आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा भी छोटी मछली हैं, अगर इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए तो सरकार के कई मंत्रियों के नाम भी सामने आएंगे।