Rajasthan Politics News: पायलट के अनशन पर रामलाल शर्मा ने साधा निशाना, कहा- कार्रवाई के ड़र से वसुंधरा राजे पर लगाया मिथ्या आरोप
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले आज बड़ा अनोखा विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ही पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। पायलट ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार के सवा चार साल हो गए हैं, लेकिन वसुंधरा शासन में हुए भ्रष्टाचार पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वसुंधरा-गहलोत गठजोड़ के खिलाफ पायलट ने जयपुर के शहीद स्मारक पर एक दिन का उपवास भी रखा है । 9 अप्रैल को जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस की सरकार दोबारा कैसे रिपीट हो, इसके लिए मैंने हाईकमान को कुछ सुझाव दिए थे. इनमें एक सुझाव वसुंधरा सरकार में हुए घोटाले की जांच कराना भी था। उन्होंने कहा कि वसुंधरा सरकार में 45 हजार करोड़ रुपए का खान घोटाला हुआ। इसे हमने जोर-शोर से उठाया, लेकिन सरकार में आने के बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे पार्टी की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहा है।
वही इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि सचिन पायलट का अनशन इसलिए वसुंधरा राजे पर है क्योंकि उनको पता है कि अगर वो सरकार के ऊपर आरोप लगाएंगे तो उनके ऊपर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।अपनी पार्टी के अंदर चल रही कलह को दबाने के लिए और उसके ऊपर होने वाली अनुशासनात्मक कार्रवाई से बचने के लिए इस तरीके का मिथ्या आरोप लगाने का काम सचिन पायलट कर रहे हैं।
#जयपुर-बीजेपी विधायक रामलाल शर्मा का बयान
— Navtej TV (@NavtejTv) April 11, 2023
पायलट का अनशन अपनी ही सरकार के खिलाफ है
सीधे तौर पर अगर अपनी पार्टी के खिलाफ अनशन करते तो कार्रवाई होती
इसलिए वसुंधरा राजे का नाम लेकर अनशन कर रहे
कांग्रेस बीजेपी पर आरोप लगाने से पहले अपने घर को संभाले@BJP4Rajasthan @ramlalsharmabjp pic.twitter.com/AvgMQ1hq1a
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि सचिन पायलट को भारतीय जनता पार्टी की सलाह है कि वह अपने घर को संभालने का काम करें। आपके विधायक और मंत्री किस तरीके से भ्रष्टाचार के आखंड के अंदर डूबे हुए हैं। उसके ऊपर न सिर्फ़ जनता ही आरोप लगा रही है, बल्कि आप के विधायक भी आरोप लगा रहे हैं। अगर आप उनकी जांच की मांग भी सरकार से करें तो ही ज्यादा बेहतर रहेगा। जनता को गुमराह करने की आवश्यकता नहीं है।