Rajasthan Politics News: बीजेपी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरा, प्रेसवार्ता कर योजना विभाग में मिली काली कमाई पर उठाएं सवाल
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर होती नजर आई है। प्रदेश में भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर आज राजस्थान बीजेपी ने प्रेस काॅन्फ्रेंस बुलाई और इस दौरान पत्रकारों वार्ता के दौरान गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा है। सीपी जोशी ने कहा आज की पत्रकार वार्ता राजस्थान में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर है। राजस्थान सरकार में एक नहीं अनेक भ्रष्टाचार हुए हैं। देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ सरकारी दफ्तर में इतनी बड़ी मात्रा में नकदी और सोना मिला है। आखिर यह कौन अधिकारी हैं, जो इस तरह भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। किसका चहेता है, किसका संरक्षण उसे प्राप्त है। गांधीवादी कहने वाले सीएम ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
आज गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जहां नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ जी एवं राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा जी के साथ तथ्य एवं आंकड़ों के साथ गहलोत सरकार के करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार को उजागर किया गया।
— C. P. Joshi (@cpjoshiBJP) May 23, 2023
इस सरकार के मंत्री और विधायक पर भ्रष्टाचार के खुले आरोप लगा रहे हैं। यूडीएच माइंस खाद्यान्न बच्चों का राशन तक यह सरकार खा गई। इस तरह के मामले भाजपा नेता उठाए। भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर भाजपा आगामी दिनों में पिपली पेपर लीक घोटालों ने प्रदेश के लाखों युवाओं का भविष्य खराब किया। इन मामलों को सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने उठाया। योजना भवन में जो पैसा मिला वह कौन देखेगा। क्यों अधिकारी को बचाया गया। गुनहगार कौन है, जिसके लिए पैसा वहां रखा गया था। इन विषयों को लेकर सात जून को भाजपा बड़ा प्रदर्शन करेगी, जिसमें सचिवालय तक हजारों लोग जाएंगे। भारतीय जनता पार्टी इसमें बड़ा आंदोलन करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नव वर्ष के कार्यकाल पूरा होने पर इस मौके पर एक विशाल जनसभा 31 मई को अजमेर में जनसभा होगी।
आरोपी वेद प्रकाश की आज एसीबी कोर्ट में पेशी, एसीबी की पूछताछ में किए कई अहम खुलासे
बता दें कि जयपुर में योजना भवन बेसमेंट में स्थित डीओआईटी ऑफिस की अलमारी में 2.31 करोड़ रुपये और एक किलो सोना मिलने से प्रदेश की राजनीति में हलचल मची हुई है।निलंबित डीओआईटी के ज्वाइंट डायरेक्टर वेद प्रकाश यादव ने दो प्रतिशत कमीशन फिक्स कर रखा था। करोड़ों के टेंडर और ठेकों में उसे दो प्रतिशत के हिसाब से लाखों रुपये मिलते थे। गिरफ्तार वेदप्रकाश यादव रिश्वत की राशि घर ले जाने की जगह अपने सरकारी कार्यालय की अलमारी में छुपा कर रखता था। एसीबी रिमांड पर चल रहे आरोपी से पूछताछ में जुटी है कि उसने किस-किस मामले में रिश्वत ली है।