Rajasthan Congress Crisis: सचिन पायलट के अनशन ने बढाई कांग्रेस में सियासी हलचल, इन नेताओं ने किया पायलट का समर्थन
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में इस साल विधानसभा के चुनाव होने वाले है और इसी बीच एक बार फिर कांग्रेस की अंर्तकलह सामने आ रही है। कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ भ्रष्ट्राचार को लेकर मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट द्वारा अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ अनशन करने पर पार्टी का केन्द्रीय नेतृत्व भले ही चिंता में हो लेकिन देश के कई राज्यों के कांग्रेसी नेताओं ने सचिन पायलट का समर्थन किया है। प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने पायलट के इस कदम को गलत बताया लेकिन रंधावा के बयान पर कांग्रेसी नेताओं ने ही सवाल उठा दिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने पायलट को नसीहत देते हुए पार्टी स्तर पर बात रखने की बातें कही थी। इन केन्द्रीय नेताओं ने भले ही सचिन पायलट के इस कदम को पार्टी विरोधी कदम बताया हो लेकिन देश के कई राज्यों के कांग्रेसी नेताओं ने सचिन पायलट का समर्थन किया है।
राजस्थान प्रभारी रंधावा और पायलट में इस बात की है समानता, जाने इस समानता के बारे में
भाजपा के “भ्रष्टाचार”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) April 11, 2023
के ख़िलाफ़ किया जा रहा “अनशन”
पार्टी विरोधी कैसे हो गया रंधावा जी, अदाणी के भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ पूरे देश में लड़ रही कांग्रेस वसुंधरा सरकार के घोटालों का “समर्थन” कैसे कर सकती है,
हे महामात्य,
पार्टी नेतृत्व को पार्टी नहीं बनना चाहिये. @INCIndia
हौसलों का “इम्तिहान”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) April 10, 2023
बाक़ी है, हसरतों की “उड़ान”
बाक़ी है, मौसम थोड़ा “ख़राब”
सा है लेकिन, बादलों के पार “आसमान”
बाक़ी है. https://t.co/4CeumUR3Po
भाजपा के “भ्रष्टाचार”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) April 11, 2023
के ख़िलाफ़ किया जा रहा “अनशन”
पार्टी विरोधी कैसे हो गया रंधावा जी, अदाणी के भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ पूरे देश में लड़ रही कांग्रेस वसुंधरा सरकार के घोटालों का “समर्थन” कैसे कर सकती है,
हे महामात्य,
पार्टी नेतृत्व को पार्टी नहीं बनना चाहिये. @INCIndia
उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ नेता और प्रियंका गांधी के नजदीकी आचार्य प्रमोद कृष्णन और छत्तीसगढ के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने पायलट का खुलकर समर्थन किया। राजस्थान के कई विधायक और मंत्रियों ने भी पायलट के मुद्दों को सही बताया था। उत्तर प्रदेश के कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने सचिन पायलट का समर्थन करते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा के बयान पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने रंधावा से पूछा कि रंधावा जी, भाजपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ किया जा रहा अनशन पार्टी विरोधी कैसे हो गया। आचार्य प्रमोद ने ट्वीट किया कि अडाणी के भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरे देश में लड़ रही कांग्रेस वसुंधरा सरकार के घोटालों का समर्थन कैसे कर सकती है। उन्होंने रंधावा को नसीहत देते हुए लिखा कि हे महात्मात्य, पार्टी नेतृत्व को पार्टी नहीं बनना चाहिए। इससे पहले सचिन पायलट के समर्थन में आचार्य प्रमोद कृष्णन ने चार पंक्तियां लिखी। हौंसलो का इम्तिहान बाकी है, हरसतों की उड़ान बाकी है, मौसम थौड़ा खराब सा है लेकन, बादलों के पार आसमान बाकी है।
छत्तीसगढ के वरिष्ट कांग्रेसी नेता टीएस सिंह देव ने कहा है कि सचिन पायलट ने कोई लक्ष्मण रेखा पार की हो, ऐसा उन्हें नहीं लगता। सिंह देव ने कहा कि राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव हैं और कांग्रेस को फिर से जनता के बीच जाना है। चूंकि पिछले चुनावों से पहले कांग्रेस ने ही जनता से वादा किया था कि वसुंधरा राजे के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार के मामलों की जांच कराएंगे। अब चुनाव के समय मतदाताओं को जवाब देना पड़ेगा कि सरकार ने राजे के भ्रष्टाचार के मामलों की जांच क्यों नहीं करवाई। इसीलिए उन्होंने ऐसा कदम उठाया है। जब जनता से वोट मांगने जाते हैं तो जनता भी नेताओं से जवाब मांगती है। लोग कहेंगे कि हम कांग्रेस को वोट क्यों दे। पूर्व में भी जो बातें कही थी, वो पूरी नहीं हुई तो फिर से कांग्रेस को वोट क्यों दें।