Rajasthan Big News: जयपुर में 4 गृह निर्माण सहकारी समितियों पर छापामार कार्रवाई, बड़ी संख्या में जमीनी कारोबार से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि सहकारी समितियों के उप रजिस्ट्रार कार्यालय व पुलिस की संयुक्त टीम ने रविवार को शहर में सक्रिय जालसाज गृह निर्माण सहकारी समितियों के ठिकानों पर छापे मारे। यहां एक ही कार्यालय में कई सोसायटियों के दस्तावेज मिले। इन सोसायटियों को सहकारी विभाग ने अवसायन में लेकर संचालन अपने अधीन कर रखा है। बावजूद इसके ये सोसायटियां कागजों में सक्रिय मिलीं। इन ठिकानों पर मिले दस्तावेज को सील किया गया है। प्रदेश के सहकारिता विभाग के नेतृत्व में गठित कमेटी की ओर से 4 गृह निर्माण सहकारी समितियों के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई है।
गृह निर्माण सहकारी समितियों के अवैध कारोबार के मामले में हाईकोर्ट के निर्देशों के तहत एक कमेटी का गठन किया हुआ है। इस कमेटी में उप रजिस्ट्रार सहकारिता जयपुर शहर देशराज यादव, उप रजिस्ट्रार जेडीए नवल किशोर मीणा और सहायक पुलिस आयुक्त महावीर मीणा शामिल है। इस कमेटी ने आज 5 टीमों का गठन किया और इन टीमों ने 4 गृह निर्माण सहकारी समितियों के ठिकानों पर छापेमारी कर बड़ी संख्या में जमीनी कारोबार से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए है।
यहां हुई कार्रवाई
1. कृष्णापुरी गृह निर्माण सहकारी समिति के हल्दिया भवन गांधी नगर स्थित कार्यालय पर छापा मारा गया। यहां रजिस्टर साइट प्लान, अनेक योजनाओं की फाइल, इकरारनामें व अन्य दस्तावेज मिले। इन्हें 14 कट्टों में सील किया गया। समिति कार्यालय को भी सील किया गया। गांधी गृह निर्माण सहकारी समिति लि. एवं इन्द्रपुरी गृह निर्माण सहकारी समिति का रिकॉर्ड भी मिला।
2. रामराजपुरा हाउसिंग को-ऑपरेटिव सोसायटी के पदाधिकारी रहे जानकीशरण अग्रवाल के श्री विहार दुर्गापुरा स्थित घर पर छापा मारा गया। यहां सोसायटी के दस्तावेज के साथ आदर्श अणतपुरा विमनपुरा गृह निर्माण सहकारी समिति का रिकॉर्ड भी पाया गया। इस सोसायटी का पंजीयन निरस्त किया जा चुका है। इसके दस्तावेज को सील किया गया। जनकीशरण भूमिगत है।
3. म्युचुअल हाउसिंग को-ऑपरेटिव सोसायटी के पदाधिकारी रहे दिनेश चौधरी के चौमू हाउस, सी स्कीम स्थित घर पर छापा मारा। यहां भी कई योजनाओं का रिकॉर्ड मिला।
4. इन्द्रा नगर गृह निर्माण सहकारी समिति के बरकत नगर स्थित कार्यालय पर छापे में मिले रिकॉर्ड को सील किया गया।