Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों को लेकर बनाई रणनीति, कांग्रसे विधायकों से वन टू वन सवांद कर दिया टास्क
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में इस साल विधानसभा के चुनाव होने वाले है और अब राजस्थान कांग्रेस इसकी तैयारियों में पूरी तरह से जुट गई है। राजस्थान कांग्रेस अब विधायकों को नया टास्क देकर चुनावी रणनीति बना रहीं है और सरकार रिपीट का दावा कर रहीं है। प्रदेश में कल से सीएम गहलोत प्रदेश प्रभारी रंधावा और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा कांग्रेस के विधायको से वन टू वन संवाद कर रहें है। बताया जा रहा है कि इस बातचीत में प्रभारी विधायकों को चुनावों के लिए टास्क देने के साथ ही उनके इलाके का कई पैरामीटर पर फीडबैक ले रहे हैं। जानकारी के मुताबिक जिन विधायकों के साथ बैठक हो रही है उन्हें 13 सवालों का एक परफॉर्मा दिया गया है जिसमें विधायकों से एंटी इन्कम्बेंसी, जातिगत और धार्मिक समीकरण, सरकार की योजनाओं, व्यक्तिगत नाराजगी, महंगाई राहत कैंप को लेकर सवाल पूछे गए हैं।
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राजस्थान को नं 1 बनाने के मिशन 2030 और महंगाई राहत कैंप के बारे में मुझे विधायक श्री मेवाराम जैन, श्रीमती मनीषा पंवार, श्री किशनाराम विश्नोई व श्री संयम लोढ़ा से जरूरी सुझाव मिले।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 17, 2023
ये विचार बुलंद राजस्थान के सपने को साकार करेंगे। pic.twitter.com/C1xdxToqMV
बता दें कि प्रभारी और सीएम गहलोत आने वाले 3 दिनों तक सभी विधायकों से वन टू वन बात करेंगे और उनके इलाके का फीडबैक लेकर रिपोर्ट तैयार करेंगे। विधायकों से वन टू वन बातचीत करने के सोमवार के शेड्यूल के मुताबिक अजमेर, टोंक, नागौर, भीलवाड़ा, जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, पाली, सिरोही और जालोर जिलों के विधायकों से बात की गई है। प्रभारी और रंधावा ने जिन विधायकों से मुलाकात की उनसे इलाके का फीडबैक लेने के बाद एक 13 सवालों का परफॉर्मा भी उन्हें दिया जिसमें चुनावों को लेकर सवालों का खाका तैयार किया हुआ था। इन सवालों में सरकार की योजनाएं, विधानसभा क्षेत्र में लोगों का रुझान, सरकार को लेकर माहौल आदि शामिल है। विधायकों से पूछा गया है कि आपके क्षेत्र में जातिगत और धार्मिक समीकरण क्या हैं? इसके अलावा विधायकों से पूछा गया है आपके इलाके में सरकार की किन 5 योजनाओं का सबसे ज्यादा प्रभाव है. वहीं एक अन्य सवाल में उक्त विधानसभा क्षेत्र में तीसरे मोर्चे की स्थिति के बारे में जानकारी मांगी गई है। इसके साथ ही उक्त विधायक के प्रति जनता के बीच कैसा माहौल है ये भी पूछा गया है।
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मिशन 2030 व महंगाई राहत कैंपों को प्रभावी बनाने के लिए मुझे विधायक श्री मदन प्रजापत, श्री खुशबीर जोजावर और सुश्री दिव्या मदेरणा से कारगर सुझाव मिले।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 17, 2023
आप सभी को उपयोगी विचारों हेतु साधुवाद। pic.twitter.com/aV8OknCPus
वहीं विधायकों से पूछे गए सवालों में कांग्रेस की ओर से एंटी इन्कम्बेंसी पर ज्यादा फोकस किया गया है जहां इस विषय पर 2 सवाल किए गए हैं। विधायकों से पूछा है कि आपके खिलाफ एंटी इन्कम्बेंसी कितनी है और उसको रोकने के लिए क्या प्लान है? इसके अलावा पूछा गया है कि सरकार के खिलाफ आपके इलाके में एंटी इन्कम्बेंसी की क्या स्थिति है और उसे कम करने के लिए सुझाव दीजिए। बता दे कि कि इस बार सीएम अशोक गहलोत लगातार कहते आ रहे हैं कि उनकी योजनाओं और काम के चलते राज्य में एंटी इन्कम्बेंसी का माहौल नहीं है। दरअसल राजस्थान का रिवाज रहा है कि यहां हर 5 साल बाद राज बदल जाता है।