Rajasthan Assembly Election 2023: बीजेपी की विधानसभा चुनाव की तैयारिया हुई तेज, जीत का मंत्र देने गृह मंत्री शाह फिर आयेंगे राजस्थान
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में इस साल विधानसभा के चुनाव होने वाले है। जिसे लेकर अब बीजेपी ने तैयारिया तेज कर दी है। राजस्थान में विधानसभा के चुनावों को देखते हुए बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने भी अब कमान संभाल ली है। हाल ही राजस्थान में पीए मोदी ने पूर्वी राजस्थान के जिलों को साधने के लिए राजस्थान को एक्सप्रेसवे की बड़ी सौगात दी है। वहीं अब पूर्वी राजस्थान का कांग्रेस का गढ़ ढहाने के लिए बीजेपी अब जाटव और बैरवा वोटों को रिझाने की रणनीति बना रही है। जिसके लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 25-26 फरवरी को भरतपुर का दौरा कर सकते हैं। इसे देखते हुए बीजेपी के पदाधिकारी दौरे की तैयारियों में जुट गए हैं।

बता दें कि भरतपुर संभाग की प्रत्येक विधानसभा सीट पर करीब 15 से 50 हजार के बीच जाटव और बैरवा मतदाता हैं। इस संख्या को देखते हुए बीजेपी जाटव वोटों को बसपा से अपनी ओर लाने की कोशिश में जुट गई है। बीजेपी जिलाध्यक्ष ऋषि बंसल ने बताया है कि 25-26 फरवरी को गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्तावित भरतपुर दौरे में संत रविदास के मंदिर जाकर पूजा करने का भी कार्यक्रम रखा गया है। नगर निगम के पीछे संत रविदास के मंदिर का निरीक्षण किया है। वहां अमित शाह भरतपुर दौरे के दौरान पूजा अर्चना करेंगे। वो बीजेपी के जिला कार्यालय का उद्धघाटन भी करेंगे। अमित शाह भरतपुर संभाग के बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को गुरु मंत्र देंगे।

राजस्थान में आगामी विधानसभा के चुनावों को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भरतपुर दौरे के दौरान संत रविदास के मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। उसके साथ ही संभाग के करीब 47 सौ बूथ समितियों के पदाधिकारियों को चुनाव जीतने का गुरु मंत्र देंगे। बताया गया है कि वो कॉलेज ग्राउंड में बूथ समितियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। बीजेपी बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को बैठक में लाने की तैयारी में जुट गई है। बूथ सम्मेलन में करीब 20 हजार कार्यकर्ताओं को बुलाने का लक्ष्य रखा गया है।

बता दें कि पूर्वी राजस्थान में जाटव और बैरवा वोटों से ही बहुजन समाज पार्टी भरतपुर संभाग में मजबूत मानी जाती है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बसपा को जिन छह सीटों पर विजय प्राप्त हुई थी, उनमें से तीन सीटें भरतपुर संभाग की नदबई ,नगर और करौली विधानसभा सीट है। लेकिन सरकार बनने पर बसपा के सभी 6 विधायक कांग्रेस में चले गए। इससे बसपा के मतदाता का मोह भंग हुआ है। जिसका अब बीजेपी लाभ लेने की कोशिश में जुट गई है।
