Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में चुनाव से पहले सियासी माहौल गर्म, मानेसर मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने साधा निशाना
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में इस साल विधानसभा के चुनाव होने वाले है। इसी बीच सीएम गहलोत के एक बयान से प्रदेश की राजनीति गर्म हो गई है। रविवार 7 मई को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मानेसर की घटना को फिर जिंदा कर दिया है। इसमें उन्होंने देश के गृहमंत्री अमित शाह का नाम लेकर खुली चुनौती दी है। इससे अब यहां पर बीजेपी अशोक गहलोत के खिलाफ आक्रामक हो गई है। अब नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने बड़ा हमला बोला है और सीएम से कई सवाल किए हैं। राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट जरिए सीएम गहलोत से पूछा है कि उन्होंने देश के गृहमंत्री को आरोपित करने की तोहमत उठाई है तो यह भी बता दें कि जब सरकार अशोक गहलोत की है, पुलिस पर नियंत्रण भी उन्हीं का है. गृहमंत्री भी उनके हैं। कथित बिकाऊ विधायकों की सार्वजनिक जानकारी भी उन्हें है, तो फिर देरी किस बात की?
CM @ashokgehlot51 जी पुराना राग फिर अलाप रहे हैं। मानेसर गये उन्हीं के विधायकों ने पैसा लिया, उस समय FIR दर्ज कराई और मुख्यमंत्री जी जो गृहमंत्री भी है उन्हीं के निर्देश पर FR भी लगाई। जब उन्हें पूरी जानकारी है कि उनके किस विधायक ने कितना पैसा लिया और कहां उपयोग किया। (1/2) pic.twitter.com/tz0wIgZ0Qa
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) May 8, 2023
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दो साल गुजर जाने के बाद भी विधायकों की लिस्ट जारी क्यों नहीं की गई? किन विधायकों को कितने करोड़ मिले और कितने खर्च हुए, इसका ब्यौरा लेकर बैठे हैं, तो फिर तथाकथित बिकाऊ विधायकों के खिलाफ केस क्यों नहीं करवाया? राजेंद्र राठौड़ के इस ट्वीट ने राजस्थान की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया है।
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राजेंद्र राठौड़ सीएम गहलोत पर एक और हमला करते हुए का, 'तत्कालीन मुख्य सचेतक जोशी द्वारा फोन टैपिंग केस में एसीबी और एसओजी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर नंबर 47,48,49, 129 में एफआर भी आपके निर्देश पर लगी और अब आरोप भी आप लगा रहे हैं। जो विधायक आपकी नजरों में धोखेबाज थे, वह आज मंत्रिमंडल में विराजमान हैं। सरकारी धन पर लगाये जा रहे महंगाई राहत कैंपों में पहले रजिस्टर्ड लाभार्थी के बाद फिर रजिस्ट्रेशन के लिए मजबूर वश आई भीड़ के सामने इस प्रकार का प्रलाप कोई राजनीतिक लाभ नहीं देगा।