Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में बजा चुनावी बिगुल, अमित शाह के साथ आज असदुद्दीन ओवैसी भी करेंगे राजस्थान का दौरा
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में अब विधानसभा चुनावो में काफी कम समय बचा है और ऐसे में अब सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी चुनावी रणनीतियां बनाने में लग गए है। इसी के चलते आज बीजेपी के मंत्री और राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह राजस्थान के दौरे पर पहुंचे है। अमित शाह भरतपुर से चुनावी शंखनाद करेंगे। पिछले चुनाव में भरतपुर मंडल में बीजेपी की स्थिति बेहद खराब थी। पूर्वी राजस्थान में बीजेपी की स्थिति को मजबूत करने के लिए अमित शाह ने कमान संभाल ली है। आज भले ही जन आक्रोश महाघेराव के बाद बूथ सम्मेलनों में अमित शाह शामिल होंगे लेकिन उसके पहले पूर्वी राजस्थान के सभी कार्यकार्ताओं को उत्साहित करना है। उनके अंदर जोश भरने की तैयारी है।
माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी का भरतपुर आगमन पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन। वीरों की भूमि राजस्थान में आपका स्वागत है। @AmitShah #Bharatpur #RajasthanWelcomeAmitshah pic.twitter.com/IGkzRMnlHL
— Munni Devi Khonkhar (@Munnidevi_BJP) April 15, 2023
बता दे कि पूर्वी राजस्थान के दौसा में पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस के दौरान एक सभा को सम्बोधित किया था। सूत्रों का कहना है कि उसी माहौल को बढ़ाने के लिए अब गृहमंत्री का यह दौरा है। इस कार्यक्रम में भरतपुर संभाग के लगभग 4700 बूथ, 1600 शक्ति केंद्रों और मंडल समेत 25 हजार कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है। इससे पूरी तरह एक संदेश देने की तैयारी की अब चुनाव के लिए डटना है। पूर्वी राजस्थान में किन तरीकों और बातों को अपनाना है इसपर पूरा फोकस करना है। अमित शाह के दौरे से यह भी संदेश देने की तैयारी है कि सब केंद्र ने सबकुछ संभाल लिया है।
वही , रमजान महीने में भी सांसद असदुद्दीन ओवैसी कोई मौक़ा नहीं जाने देना चाहते हैं और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी शनिवार को राजस्थान में रहेंगे। ओवैसी देर शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। एआईएमआईएम के राजस्थान अध्यक्ष जमील खान ने बताया कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में एजेंडा तय होगा। राजस्थान में मुस्लिम की स्थिति क्या है.उन्हें किन-किन योजनाओं का लाभ मिल रहा है और उनकी क्या स्थिती है. क्या वकाई में यहां के मुस्लिमों को सरकार से लाभ मिल रहा है। जानकारों की माने तो इन्हीं मुद्दों पर ओवैसी की पार्टी चुनाव में जाने की तैयारी भी कर रही है। प्रदेश की लगभग 40 सीटों पर पूरा फोकस है। अभी गठबंधन की कोई तैयारी नहीं है लेकिन आगे के लिए कुछ दलों को जोड़ा जा सकता है।