पेपर लीक आरोपी रामूराम ने गिरफ्तारी से पहले बेटे-बेटी को दी थी बचने की ट्रेनिंग, सीसीटीवी में कैद हुआ चौकाने वाला सच
जयपुर न्यूज़ डेस्क !!! एसआई भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक केस में RPSC के दो पूर्व सदस्य रामूराम राईका और बाबूलाल कटारा एसओजी की गिरफ्त में हैं। एसओजी की जांच में सामने आया कि रामूराम राईका को पहले ही अपनी गिरफ्तारी का अंदेशा हो गया था। उसने लीक पेपर से पास होने वाले अपने बेटे-बेटी को भी आगाह कर दिया था। उन्हें बाकायदा ट्रेनिंग दी थी कि पुलिस या एसओजी पूछताछ करे तो क्या और कैसे जवाब देना है।
बेटे-बेटी ने रिकॉर्डिंग से बचने के लिए धीमी आवाज़ में जवाब दिया
एसओजी की जांच में सामने आया कि प्रशिक्षु एसआई की गिरफ्तारी के दौरान रामूराम रायका डरा हुआ था. उन्हें डर था कि उन्हें, उनके बेटे देवेश और बेटी शोभा को कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है. ऐसे में रामूराम ने अपनी बेटियों को पहले ही सचेत कर दिया था. उन्होंने दोनों को सलाह दी थी कि एसओजी अधिकारियों को सवाल पूछते समय चुप रहना चाहिए और बहुत धीमी आवाज में जवाब देना चाहिए. यही वजह है कि पूछताछ के दौरान उसका व्यवहार अन्य प्रशिक्षु एसआई से काफी अलग था. एक पूछताछ अधिकारी ने बताया कि रामूराम रायका के बेटे-बेटियां पूछताछ की शुरुआत में बिल्कुल चुप रहे. बाद में सवालों के जवाब बहुत धीमी आवाज में दिए गए, जिससे रिकॉर्डिंग में कुछ भी साफ सुनाई नहीं दे सका.
बेटी बोली-पापा ने हाथ से लिखा कागज दिया था
लंबी पूछताछ के बाद शोभा ने खुद एसओजी को बताया कि उसे एसआई भर्ती का पेपर उसके पिता ने दिया था. उन्होंने यह भी बताया कि यह हस्तलिखित कागज उन्हें आरपीएससी के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा ने लाकर दिया था. एडीजी वी.के. सिंह ने बताया कि पेपर देने के बदले में रामूराम रायका और बाबूलाल कटारा के बीच कोई लेन-देन नहीं हुआ था. अब तक की जांच के मुताबिक बाबूलाल ने रिश्तेदारी के चलते ही रामूराम के बच्चों के कागजात उपलब्ध कराए थे।
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