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विपक्ष नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली का भजनलाल सरकार पर पलटवार, वीडियो में देखें और भी बड़ी खबरें

 
विपक्ष नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली का भजनलाल सरकार पर पलटवार, वीडियो में देखें और भी बड़ी खबरें 

जयपुर न्यूज़ डेस्क, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस पर आरोप लगाने वाले पहले मंत्री किरोड़ी की स्थिति पर बता दें, उनका इस्तीफा अब तक मंजूर क्यों नहीं हुआ। अब उन्होंने विधानसभा में भी छुट्टी मांग ली है यह छोटी बात नहीं है । बीजेपी के अंदर जो फूट है, वह सामने आ रही है। बीजेपी के अंदर तानाशाही चल रही है, बीजेपी के सदस्य अगर बात करना चाह रहे हैं तो उसको कोई सुनता नहीं है।जूली ने क​हा- असली धड़ेबंदी तो बीजेपी में उनके सामने है। एक कैबिनेट मंत्री 6 महीने से इस्तीफा दे रहा है और उसकी सुनवाई नहीं हो रही है। कितने विधायकों के बयान आ गए कि हमारी सुनवाई नहीं हो रही, हमारी जनसुनवाई कहां होगी? यह कांग्रेस की बात कर रहे हैं, पहले खुद के गिरेबान में जाकर देख लें। जूली जयपुर में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

स्पीकर का झुकाव विपक्ष की तरफ ज्यादा हो

जूली ने कहा- हमने स्पीकर साहब से यह भी निवेदन किया है कि उनका झुकाव विपक्ष की तरफ ज्यादा होना चाहिए । जिस प्रकार से सत्ता पक्ष सत्ता के मद में रहते हैं, बाहर तो वो मद में रहे लेकिन विधानसभा के अंदर तो गरिमा में रहना पड़ेगा। मंत्री विधानसभा की गरिमा में रहकर जवाब दें, अपने जिम्मेदारी को समझें, सत्र अच्छा और लंबा चलने में सत्ता पक्ष भी सहयोग करें, उनकी जिम्मेदारी है।
विधानसभा के कारपेट का रंग राजसी ठाठ वाला

विधानसभा के कारपेट का रंग हरे से बदलने पर जूली ने कहा-मैंने देखा है जिस प्रकार से कारपेट का कलर बदला है, वह राजसी ठाठबाट का प्रतीक नजर आता है। पहले हरा कलर था, जो किसान, समृद्धि और जमीन से जुड़ाव का प्रतीक रंग था और अब सरकार ने अपने हिसाब से कलर को चेंज किया है। लगता है अब राजसी ठाठबाट वाली बातें होंगी, किसान मजदूर की बात कौन सुनेगा? सरकार का जो विजन है यह तो सरकार का रंग बता रहा है।

वन स्टेट, वन इलेक्शन के नाम पर ये संविधान को कमजोर कर रहे

जूली ने कहा- वन स्टेट वन इलेक्शन के नाम पर ये संविधान को कमजोर कर रहे हैं। संविधान में यह लिखा हुआ है कि पांच साल में चुनाव कराने पड़ेंगे। या तो आप पहले संविधान में संशोधन करिए या चुनाव करवाइए, यह तो दादागिरी कर रखी है। सरकार के पास चुनाव कराने की क्षमता नहीं है। कोर्ट के आदेश के बाद भरतपुर के जिला प्रमुख चुनाव की तारीख निकली है। यह तो उनकी हालत हो रही है, ये बड़ी बड़ी बातें कर रहे हैं।

मंत्री अपनी जिम्मेदारी समझें

जूली ने कहा— सदन चलाने में हमारा पूरा सहयोग रहेगा, लेकिन यह परिपाटी नहीं होनी चाहिए कि विपक्ष कोई बात पूछे और सरकार जवाब नहीं दे । पूरी राजस्थान की जनता है उसकी निगाहें विधानसभा की तरफ रहती है, यह जनता की समस्याओं का अंतिम सोपान है। जनता चाहती है कि हमारी यहां आवाज उठेगी तो उसका समाधान होगा, उसकी तरीके से व्यवस्था होनी चाहिए।