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Gehlot vs Modi: पीएम मोदी का 2014 के पूर्व रेल मंत्रियों को भ्रष्ट बताना चुनावी एजेंड़ा- सीएम अशोक गहलोत

 
Gehlot vs Modi: पीएम मोदी का 2014 के पूर्व रेल मंत्रियों को भ्रष्ट बताना चुनावी एजेंड़ा- सीएम अशोक गहलोत

जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की राजधानी जयपुर से राज्य की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरूआत हो गई जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान पीएम मोदी ने रेलवे में बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया और रेलवे को राजनीति का अखाड़ा बनाने का आरोप लगाते हुए पिछली सरकारों पर जमकर निशाना साधा है । पीएम मोदी ने कहा कि सालों से गरीब लोगों की जमीन लेकर उन्हें रेलवे में नौकरी देने का झांसा दिया गया। वहीं पीएम के इस बयान पर अब सीएम गहलोत ने पलटवार किया है। सीएम ने कहा कि 2014 से पहले के रेल मंत्रियों के कार्यकाल के फैसलों को भ्रष्टाचार एवं राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित बोलना दुर्भाग्यूर्ण है। 

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सीएम गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी का आज का भाषण पूरी तरह से 2023-24 के विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों को देखते हुए दिया गया है और भाषण बीजेपी के चुनावी एजेंडे के रूप में था। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि पीएम की ऐसी टिप्पणियां प्रदेशवासियों और देशवासियों के गले नहीं उतरेंगी। सीएम गहलोत ने जवाब में पिछली सरकारों के रेल मंत्रियों के नाम गिनाते हुए कहा कि पूरी दुनिया में समय के साथ टेक्नॉलिजकल एडवांस्मेंट हुए हैं और भारत में भी कई नई तकनीक आई है जिसके बाद रेलवे में कई सुधार हुए हैं। सीएम गहलोत के मुताबिक यह कहना उचित नहीं है कि 2014 के बाद से रेलवे में कोई भी विकास के काम नहीं हुए हैं। सीएम ने आगे कहा कि रेलवे का महत्व कम करने का प्रयास मोदी सरकार में किया गया जहां अलग रेलवे बजट को समाप्त कर दिया गया। उन्होंने बताया कि आज अगर आधुनिक ट्रेनें चल पा रही है क्योंकि पीएम मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्री के रूप में 1991 में आर्थिक उदारीकरण किया और नई तकनीक को भारत में विकसित होने का अवसर दिया। 

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सीएम गहलोत ने कहा कि आज आपने मेरी मौजूदगी में 2014 से पहले के रेल मंत्री लाल बहादुर शास्त्री, जगजीवनराम, सरदार स्वर्ण सिंह, गुलजारी लाल नंदा, के हनुमानथईया, ललित नारायण मिश्र, कमलापति त्रिपाठी, मधु दंडवते, पीसी सेठी, एबीए गनीखान चौधरी, मोहसिना किदवई, माधवराव सिंधिया, जॉर्ज फर्नांडीस, जनेश्वर मिश्र, सीके जाफरशरीफ, रामविलास पासवान, नीतीश कुमार, राम नायक, ममता बनर्जी और मल्लिकार्जुन खरगे सहित सभी के कार्यकाल के फैसलों को भ्रष्टाचार और राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित बताना दुर्भाग्यूर्ण है। बता दे कि कि पीएम मोदी ने आज अपने भाषण में कहा कि यह देश का बड़ा दुर्भाग्य रहा कि रेलवे जैसी अहम व्यवस्था को राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया। उन्होंने कहा कि रेलवे में भर्तियों के दौरान राजनीति की जाती थी और गरीब लोगों की जमीन लेकर उन्हें रेलवे में नौकरी का झांसा तक दिया गया। पीएम ने आगे कहा कि पिछले कई सालों से रेलवे की भर्तियों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होता रहा लेकिन 2014 के बाद से रेलवे की कायापलट होना शुरू हुआ जब देश के लोगों ने राजनैतिक सौदेबाजी के बिना दबाव वाली सरकार को चुना है।