Big Breaking News : दुष्कर्म केस में जेल में बंद आसाराम को फिर मिली उम्र कैद की सजा, 22 साल पुराने मामले में आज कोर्ट ने सुनाया फैसला
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि जोधपुर जेल में बंद आसाराम बापू की मुश्किले फिर बढ़ती नजर आई है। आसाराम बापू दुष्कर्म के एक अन्य मामले में जोधपुर जेल में बंद है। कोर्ट ने 16 साल की बच्ची के दुष्कर्म के मामले को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। पिछले 10 साल से जेल में बंद आसाराम की उम्र 80 साल से ज्यादा हो चुकी है। पिछले दिनों आसाराम ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत की अर्जी लगाई थी। इसमें आसाराम ने कोर्ट से उम्र को देखते हुए जमानत की अर्जी पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आग्रह किया था। लेकिन सूरत दुष्कर्म मामले में सजा के ऐलान के बाद आसाराम की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ गई हैं।

शिष्या से दुष्कर्म का यह मामला 22 साल पुराना है। 2001 में सूरत स्थित आश्रम में शिष्या के साथ दुष्कर्म के मामले में अक्तूबर 2013 को एफआईआर दर्ज की गई थी। आसाराम की शिष्या रही पीड़ित ने कुल सात लोगों के खिलाफ यह मामला दर्ज कराया था। इसके बाद से इस मामले की सुनवाई गांधीनगर की सेशन कोर्ट में चल रही थी। सेशन कोर्ट ने 29 जनवरी को इस मामले में अन्य छह आरोपियों को निर्दोष करार देते हुए आसाराम बापू को दोषी करार दिया था। कोर्ट ने आसाराम को सेक्शन 342, 357, 376, 377 के तहत दोषी करार दिया पाया था। इस मामले की एफआईआर अहमदाबाद के चांदखेड़ा थाने में दर्ज की गई थी। इसके बाद इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी ने आसाराम समेत छह अन्य के खिलाफ जनवरी, 2014 में चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें 101 गवाहों के बयान भी दर्ज किए थे।

अहमदाबाद के मोटेरा स्थितआश्रम की शिष्या के साथ दुष्कर्म के मामले में गांधीनगर सेशन कोर्ट ने आसाराम को आजीवन करावास की सजा सुनाई है। अतरिक्त सत्र न्यायाधीश डीके सोनी ने शिष्या से दुष्कर्म के मामले में आसाराम को सजा सुनाई। पीड़ित शिष्या ने 2013 में आसाराम समेत सात अन्य के खिलाफ अक्तूबर 2013 में एफआईआर दर्ज कराई थी। एक दिन पहले कोर्ट ने इस मामले में अन्य छह आरोपियों को निर्दोष करार देते हुए आसाराम पर आरोप तय किए थे और दोषी माना था। कोर्ट में आसाराम को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया था। आसाराम फिलहाल जोधपुर की सेंट्रल जेल में बंद है।
