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Vice President Jagdeep Dhankhar: उपराष्ट्रपति बनने के बाद धनखड़ का राजस्थान विधानसभा में किया गया भव्य अभिनंदन, गॉर्ड ऑफ ऑनर देकर किया सम्मानित

 
Vice President Jagdeep Dhankhar: उपराष्ट्रपति बनने के बाद जगदीप राजस्स्थान विधानसभा में किया गया भव्य अभिनंदन, गॉर्ड ऑफ ऑनर देकर किया सम्मानित

जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान के झुंझुनू जिले के जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति बनने के बाद राजस्थान दौरे पर आए है और कल राजस्थान विधानसभा में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का अभिनंदन कार्यक्रम हुआ है। उपराष्ट्रपति धनखड़ को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जगदीप धनखड़ ने कहा कि उपराष्ट्रपति बनने के बाद मैं दूसरी बार राजस्थान आया हूं, मेरे लिए एक भावुक पल है। मैं इस सम्मान से अभिभूत हूं। मेरे लिए राष्ट्रपति भवन में प्रवेश करना जीवन का सबसे बड़ा संतोष जनक पल है। 

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विधानसभा में अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप राष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि मैं स्पीकर सीपी जोशी का आभारी हूं, मुख्यमंत्री गहलोत से मेरा 50 साल से ज्यादा का नाता है, राजनीति में किसी पाले में रहे हो, लेकिन पारिवारिक रिश्ता हमेशा बना रहा है। अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जगदीप घनखड़ ने नेताओं को अनुशासन के साथ व्यवहार करने और पेश आने की सलाह दी है। उपराष्ट्रपति  धनखड़ ने कहा कि जीवन हो या विधानमंडल सभी जगहों पर अनुशासन जरूरी है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि जिन लोगों के ऊपर लोकतंत्र बचाने की जिम्मेदारी है अगर वहीं जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लें तो लोकतंत्र बचना मुश्किल हो जाएगा। अमर्यादित आचरण जीवन की सबसे बड़ी चुनौती है। आज संसद और लोकतंत्र के सामने अमर्यादित आचरण बहुत बड़ी चुनौती है। इस पर अंकुश लगना चाहिए।

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इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति में जो फैसले लिए जाते हैं, वह तो समझ में आते हैं।  लेकिन जिस तरह के रिश्ते गवर्नर रहते हुए जगदीप धनखड़ और वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच रहे, उसके बाद भी आखिर आपने ऐसा कौन सा जादू कर दिया कि उपराष्ट्रपति के चुनाव में ममता जी ने सार्वजनिक रूप से कहा कि हम तो अब्सेंट रहेंगे और आप चुनाव जीतो। सीएम गहलोत ने कहा कि आप 3 साल पश्चिम बंगाल के गवर्नर रहे और 1 दिन भी ऐसा नहीं गया जब गवर्नर के रूप में आपकी भूमिका और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भूमिका चर्चा में नहीं रही है।  सीएम गहलोत ने व्यंग्यात्मक अंदाज में कहा आप प्यार-मोहब्बत की बातें करते थे और कोई कमी नहीं रखते थे, सारी हदें पार कर के आप के संबंध अच्छे रहे उनके साथ। सीएम गहलोत ने कहा कि आपने ऐसा कौन सा जादू कर दिया भाई कि ममता बनर्जी ने कहा कि हम तो अब्सेंट रहेंगे और आराम से जगदीप धनखड़ साहब उपराष्ट्रपति चुने गए, यह राज बता दीजिए।

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जवाब में जगदीप धनखड़ ने कहा कि वह कौन सा जादू था जिसकी वजह से यह हुआ, क्योंकि मैं राजनीति से परे हूं। राजनीति में निर्णय क्यों लिए जाते हैं, यह तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत या वसुंधरा जी अच्छी तरह जानती होंगी, लेकिन मैंने ममता जी से कहा था कि अब मैं आपके राज्य का राज्यपाल नहीं हूं, आप दिल पर हाथ रख कर यह बताएं कि क्या मैंने कभी कोई काम कानून के दायरे से बाहर किया है या कभी मैंने कोई मर्यादा तोड़ी। धनखड़ ने कहा, मेरा जीवन खुली किताब है और गवर्नर के रूप में भी मैंने इसी तरह काम किया। उन्होंने कहा कि आज मैं कार्यक्रम में ममता बनर्जी के इस कदम के लिए उनका आभार जताता हूं।