Rajasthan mansoon 2022: राजस्थान में अति भारी बारिश से मची तबाही, प्रदेश के कई जिलों में नदियों में उफान से बने बाढ़ के हालात
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान मानसून अपडेट की खबर में आपको बता दें कि राजस्थान में इस साल अति भारी बारिश ने तबाही मच दी है। प्रदेश के कई जिलों में नदी-नालों में उफान से कई गांव टापू बन गए और वहां पर बाढ़ के हालत बन गए है। राजस्थान के कोटा, बूंदी, झालवाड़, करौली, धौलपुर, टोंक, सिरोही और उदयपुर में बाढ़ के हालात बने हुए है। इन जिलों में नदिया उफान पर है और उनके भराव क्षेत्र में आने वाले गांव और मकान जलमग्न हो गए है।
#कोटा_बैराज के 16 गेट खुले...!
— रमेश मीना (@MeenaRamesh91) August 24, 2022
बैराज से 4 लाख 77 हजार क्यूसेक पानी की निकासी...!#Kota#Weathercloud pic.twitter.com/ZKPthi6Tab
मध्य प्रदेश और हाड़ौती क्षेत्र में हो रही बारिश से कोटा बैराज से लगातार पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। गांधी सागर के कैचमेंट एरिया में पानी की अधिक आवक होने पर कोटा बैराज के गेज को मेंटेन करने के लिए लगातार निकासी की जा रही है। मध्यप्रदेश के मंदसौर, कोटा और झालावाड़ क्षेत्र में हुई बारिश से चंबल नदी उफान पर है। वर्तमान में चंबल नदी का पुराना पुल पूरी तरह से डूब चुका है। एहतियात के तौर पर आरएसी और पुलिस बल को चंबल पुल के आसपास तैनात किया गया है। मंगलवार रात को 15 लाख से अधिक क्यूसेक पानी चंबल में रिलीज करने के बाद राजाखेड़ा, धौलपुर, सरमथुरा और बाड़ी उपखंड क्षेत्र के 40 गांव डूबने की हालात में आ चुके हैं। गांवों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए सेना की टुकड़ी और एसडीआरएफ की टीम अलग-अलग क्षेत्रों में लगाई गई है। खाद्य सामग्री के साथ मेडिकल टीमें डूब क्षेत्र में तैनात हैं। नदी के निचले इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू कर अस्थाई आवास बनाकर पहुंचाया जा रहा है।
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Kota में SDRF की टीम ने कालीसिंध नदी के टापू पर फ़ंसे ग्रामीणों को किया रेस्क्यू @SDRFRaj #Kota #Rajasthan pic.twitter.com/1yJSXjF3iN
— रंग राजस्थानी - Rang Rajasthani (@RangRajasthani_) August 24, 2022
चंबल नदी के उफान पर होने के चलते प्रदेश के सबसे लंबे ब्रिज के दो स्पान में गेप बढ़ गया है। चंबल नदी से भी करीब पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।चंबल के लो लाइन की करीब दो दर्जन से ज्यादा कॉलोनियां जलमग्न हो गई हैं। जिनमें करीब 10 हजार की आबादी प्रभावित है। ये कॉलोनियां लगातार तीसरे दिन भी पानी की जद में ही बने हुए हैं। इसी तरह से बारां जिले के सीसवाली कस्बे और पलायथा गांव के साथ कोटा जिले के इटावा में भी बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। वहीं जिससे मध्य प्रदेश और झालावाड़ और बारां जिले में भी लगातार हो रही बारिश के चलते नदियां उफान पर हैं। इसके अलावा सिरोही और उदयपुर जिले में भी नदी -नालो में उफान से कई गांव टापू बन गए है।