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Rajasthan by-election 2022 :सरदारशहर का चुनावी रण सजकर तैयार, इस उपचुनाव में बीजेपी को खुद को साबित करने की होगी चुनौती

 
Rajasthan by-election 2022 :सरदारशहर का चुनावी रण सजकर तैयार, इस उपचुनाव में बीजेपी को खुद को साबित करने की होगी चुनौती

जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में उपचुनाव का दंगल शुरू हो चुका है और 5 दिसबंर को चूरू के सरदारशहर विधानसभा सीट के लिए रण सजकर तैयार हो गया है। इसके लिए बीजेपी, कांग्रेस और आरएलपी ने अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए है। लेकिन बीजेपी के लिए यह उपचुनाव बेहद अहम माना जा रहा है। सरदारशहर उप चुनाव काे लेकर भले ही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां और प्रभारी अरुण सिंह ने यह कहकर खुद काे सेफ साइड रखा था कि उपचुनाव में सहानुभूति की लहर रहती है, लेकिन इस चुनाव की मॉनिटरिंग की कमान दिल्ली के हाथ में है। ऐसे में भाजपा की प्रदेश इकाई को इस उपचुनाव में करामात दिखाकर खुद को साबित करने की भारी चुनौती है।

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बीजेपी हाईकमान इस चुनाव काे जीतकर राजस्थान में एक साल बाद होने वाले मुख्य चुनाव से पहले भाजपा की मजबूती का बड़ा संदेश देना चाहता है। राजस्थान में पिछले चार साल में अब तक हुए 8 उप चुनावों में भाजपा के खाते में सिर्फ एक सीट ही पायी है जबकि बाकी सात 7 पर उसकी हार हुई। ऐसे में सरदारशहर उपचुनाव में भाजपा पर अपना ट्रैक रिकॉर्ड सुधारने का बड़ा दबाव है। यहाँ पर पहली बार भाजपा ने 40 नेताओं काे प्रचार का जिम्मा दिया है। उप चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने इन्हें गुजरात से चुनाव प्रचार से भी दूर कर दिया है। केंद्रीय संगठन की और से जारी सूची में सभी बड़े नेताओं काे उप चुनाव पर फोकस करने का जिम्मा दिया है। अब ये नेता उप चुनाव वाली जगह कैंप करते दिखेंगे।

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 कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के निधन के कारण सरदारशहर सीट पर उप चुनाव हाे रहा है। कांग्रेस ने यहां से भंवरलाल शर्मा के बेटे अनिल शर्मा को मैदान में उतारा है वहीं भाजपा ने एक बार पहले यहां से विधायक रहे अशोक कुमार पींचा को टिकट दिया है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने यहां से लालचंद मूंड को अपना प्रत्याशी बनाकर भाजपा-कांग्रेस के वोटों में सेंध मारने की स्थिति पैदा कर दी है।कांग्रेस प्रत्याशी अनिल शर्मा अपने दिवंगत पिता की सहानुभूति की लहर पर हैं ताे भाजपा प्रत्याशी भी पिछली हार की सहानुभूति पर सवार है। कांग्रेस इस उप चुनाव से ज्यादा राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तैयारी पर है। वहीं भाजपा ने इस चुनाव काे जीतने के लिए खास रणनीति तैयार की है। 

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वही बीजेपी उम्मीदवार अशोक कुमार पींचा पूर्व में विधायक रह चुके हैं और पिछला चुनाव 16 हजार से अधिक वोटों से हारा था। ऐसे में पार्टी के वरिष्ठ नेता और पींचा कमजोर कड़ियों काे खोजकर मजबूती देने और चुनावी समीकरण काे साधने की दिशा में वर्किंग भी कर रहे हैं ताकि पुराना गैप भरकर चुनाव जीता जा सके। सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव के लिए 12 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए हैं। कांग्रेस से अनिल शर्मा, बीजेपी से अशोक कुमार पिंचा, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से लालचंद मूंड, भाकपा(एम) से सांवरमल मेघवाल, इंडियन पीपुल्स ग्रीन पार्टी से परमाराम नायक, निर्दलीय- उमेश साहू, प्रेम सिंह, सुभाष चंद्र, राजेंद्र भाम्बू, विजयपाल श्योराण, सांवरमल प्रजापत, सुरेंद्र सिंह राजपुरोहित ने नॉमिनेशन फाइल किए हैं। आज नाम वापसी की अंतिम तिथि 21 नवंबर है और मतदान 5 दिसम्बर को होगा। चुनाव के वोटों की काउंटिंग 8 दिसम्बर को होगी और परिणाम घोषित किये जायेंगे।