Rajasthan Politics: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने दिया इस्तीफ, सीएम गहलोत और सचिन पायलट की यह प्रतिक्रिया आई सामने
जयपुर न्यूज डेस्क। कांग्रेस की सियासत इन दिनों बेहद ही उहापोह की स्थिति से गुजर रही है। जहां एक ओर अध्यक्ष पद को लेकर असमंजस की स्थिति बानी हुई है तो वहीं दूसरी ओर अब पार्टी के सबसे कद्दावर नेताओं में शुमार गुलाम नबी आजाद ने पार्टी की सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। आजाद ने यह इस्तीफा ऐसे वक्त में दिया है जब सोनिया गांधी अपने इलाजे के लिए विदेश दौरे पर हैं और राहुल -प्रियंका गांधी भी उनके साथ विदेश गए हुए हैं। अब इस मामले में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की प्रतिक्रिया सामने आई है।
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कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे गुलाम नबी आजाद के इस फैसले के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी सदमे में हैं. वहीं सचिन पायलट ने भी उनके इस्तीफे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि वे अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटे हैं। सीएम गहलोत ने कहा कि गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस छोड़ने और उनके इस तरह के बयान से मुझे भी व्यक्तिगत रूप से आघात लगा है। मैं खुद सदमे में हूं।
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कांग्रेस ने गुलाम नबी आज़ाद को बहुत अवसर दिए, अपने राजनीतिक जीवन में हर समय पद पर रहे।
— Congress (@INCIndia) August 26, 2022
कांग्रेस ने ही हम सभी को पहचान दी है: श्री @ashokgehlot51 pic.twitter.com/oFUQcaoA2J
उन्होंने कहा कि आजाद ने इस तरह का फैसला क्यों किया? जबकि कांग्रेस ने 42 साल तक उन्हें सब कुछ दिया है। उन्होंने प्रतिक्रिया देने के दौरान यह तक कह दिया कि गुलाम नबी आजाद संजय गांधी के नजदीक माने जाते थे। उन्हें उस वक्त चापलूस कहा जाता था और उसका फायद उन्हें हमेशा मिला है। सीएम गहलोत ने कहा मैं गुलाम नबी आजाद के फैसले और उनकी ओर से लिखे गए पत्र से सदमे में हूं। वे मेरे मित्र हैं। आजाद साहब का जो आज बयान आया है उससे मुझे आघात लगा है। मैं बयां नहीं कर सकता आज के पत्र को किस रूप में कमेंट करूं, क्योंकि 42 साल तक पार्टी ने उनको मौका दिया। वह व्यक्ति इस तरह का बयान दे रहा है। सीएम गहलोत ने कहा कि गांधी परिवार ने एक नौजवान लड़का समझ कर आगे बढ़ाया, कांग्रेस ने 42 साल तक सब कुछ दिया। प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया, मुख्यमंत्री बनाया है। इन 42 सालों में कुछ न कुछ पद हमेशा उनके पास रहा और आज वो इस तरह के बयान दे रहे हैं।
गुलाम नबी आज़ाद जी के इस्तीफे की टाइमिंग दुर्भाग्यपूर्ण है।
— Congress (@INCIndia) August 26, 2022
लगभग 50 साल तक युवा कांग्रेस, सांसद, मंत्री, मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष जैसे पदों पर रहने के बाद आज संघर्ष का समय था।
चिट्ठी में लिखी उनकी बातें सच से परे हैं और वो जिम्मेदारी से पीछे हटे हैं : श्री @SachinPilot pic.twitter.com/uvkX3S0dr2
वही राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने इस्तीफे और चिट्ठी की टाइमिंग पर सवाल उठाया है, ओर इसे बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बताया। पायलट ने कहा कि 50 साल के लंबे अरसे तक कांग्रेस पार्टी में तमाम पदों पर रहने के बाद आज उनकी जरूरत थी देश को और कांग्रेस को. वह बीजेपी के खिलाफ महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी का मुद्दा उठाएं। पायलट ने वीडियो बयान जारी करते हुए कहा कि 4 सितंबर को इन्हीं मुद्दों को लेकर कांग्रेस रैली कर रही है। सात तारीख को भारत जोड़ो यात्रा शुरू होने वाली है। ये समय था संघर्ष का, सच्चाई को रखने का और बीजेपी का सामना करने का। ऐसे समय में पार्टी छोड़ देना और जो बातें चिट्ठी में लिखी गई है वो सच्चाई से दूर है। पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि सत्ता में रहते हुए हम बहुत से पदों पर रहे. आज जरूरत इस बात की है कि हम मिलकर संघर्ष करते, बजाए उसके आजाद साहब ने पार्टी छोड़ी है। मैं समझता हूं कि वो अपनी जिम्मेदारी से हटे हैं। मैं समझता हूं कि सभी कार्यकर्ता एकजुट रहेंगे, संघर्ष करते रहेंग।