Rajasthan Politics: सीएम पद को लेकर राजस्थान की राजनीति आया भूचाल, गहलोत गुट के 80 से ज्यादा विधायकों ने दिया इस्तीफा
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव 2023 के पहले बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर सियासी हलचल बढ़ गई है। राजस्थान में नए मुख्यमंत्री पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई विधायक दल की बैठक से पहले भूचाल आ गया। हाईकमान के सचिन पायलट को सूबे की कमान देने की संभावनाओं के मद्देनजर सीएम अशोक गहलोत गुट के 80 से ज्यादा विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। निर्दलीय विधायक और सीएम गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा ने जहां 83 विधायकों के इस्तीफे का दावा किया है। वहीं कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने 93 विधायकों के इस्तीफे का दावा किया है। इस्तीफा देने वाले विधायकों का कहना है कि पायलट को छोड़कर कोई भी चलेगा। इस अप्रत्याशित घटना ने कांग्रेस हाईकमान को हैरान कर दिया है।
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रविवार शाम दो बार टालने के बाद विधायक दल की बैठक को रद्द कर दिया गया। जिस तरह से पायलट का विरोध हो रहा है उससे माना जा रहा है कि उनके सब्र का बांध भी टूट सकता है। ऐसे में आलाकमान के लिए स्थिति को संभालना काफी मुश्किल हो जाएगा। राजस्थान के मंत्री और अशोक गहलोत के वफादार महेश जोशी ने कहा कि आलाकमान किसी को भी सीएम बना सकता है, नया सीएम बनाना चाहे तो भी ऐतराज नहीं, या अशोक गहलोत जी को बरकरार रखे तो भी ऐतराज नहीं, लेकिन यह उन लोगों में से नहीं होना चाहिए जिन्होंने पार्टी के खिलाफ बगावत की, इसे कमजोर करने की कोशिश की है।
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राजस्थान के मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि यह 100 सीएम अशोक गहलोत को हटाने की साजिश थी और प्रभारी महासचिव इसका हिस्सा थे। मैं किसी और के बारे में बात नहीं कर रहा हूं, खड़गे पर कोई आरोप नहीं, बल्कि प्रभारी महासचिव पर है। उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत ने हमेशा हाईकमान के निर्देशों का पालन किया है। हाईकमान ने 2020 में उनसे गलत लोगों को समायोजित करने के लिए कहा था और उन्होंने जो कहा था। सचिन पायलट को शामिल करने के लिए उसे स्वीकार किया।
