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Rajasthan Politics News:राजस्थान बीजेपी में सीएम पद को लेकर बढ़ी हलचल, बीजेपी की कार्यकारिणी बैठक में होगा जल्द फैसला

 
Rajasthan Politics News:राजस्थान बीजेपी में सीएम पद को लेकर बढ़ी हलचल, बीजेपी की कार्यकारिणी बैठक में होगा जल्द फैसला

जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों राजस्थान बीजेपी अब पूरी तरह से जुट गई है। राजस्थान में इस बार भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा । इसे लेकर अब हलचल तेज हो गई है और बीजेपी के सियासी गलियारों में इसी पर सबसे ज्यादा चर्चा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगले एक सप्ताह में दिल्ली होने वाली बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक इसका फैसला हो जाएगा कि राजस्थान में इस बार पार्टी का पावर किसके हाथों में रहेगा।

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राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से लेकर सतीश पूनिया और गजेंद्र सिंह शेखावत जैसे नाम इस कतार में है। हाल ही में किसी ने शेखावत को कमान देने की बात कही तो किसी ने सतीश पूनिया की भैरोसिंह शेखावत से तुलना करते हुए उनको धरतीपुत्र बताया है। ऐसे में बीजेपी की अंदरूनी राजनीति तेज हो गई है। टोंक में जन आक्रौश रैली में दो दिन पहले ही बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव अल्का गुर्जर ने गजेंद्र सिंह शेखावत को राजस्थान की कमान देने का बयान दिया था, तो वहीं राजेंद्र राठौड़ ने जयपुर के आमेर में सतीश पूनिया की तुलना भैरोसिंह शेखावत से करते हुए उनको सीएम पद का दावेदार माना और सतीश पूनिया को धरती पुत्र बताया। हालांकि इन सबके बीच वसुंधरा राजे गुट इन दिनों शांत है। राजे ने जन आक्रौश रैलियों से भी मोटे तौर पर दूरी ही बनाए रखी।

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बता दे कि दिल्ली में 16-17 जनवरी को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी है। इसमें राजस्थान से कई नेता होंगे। जिसमें वसुंधरा राजे से लेकर सतीश पूनिया और गजेंद्र सिंह शेखावत जैसे नेता होंगे तो वहीं पीएम मोदी से लेकर अमित शाह और जेपी नड्डा और बीएल संतोष समेत तमाम नेता रहेंगे।

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इस कार्यकारिणी में कर्नाटक, राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत आगामी चुनावों को लेकर पार्टी अपनी दिशा और रणनीति स्पष्ट कर देगी। ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान में क्या किसी नेता के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा और क्या नाराज नेताओं को मनाने के लिए उनको चुनाव प्रबंधन समिति जैसी जिम्मेदारी देने की रणनीति बनेगी या सिर्फ पीएम मोदी को ही चेहरा मानते हुए पार्टी चुनावों में जाएगी। इसको लेकर अब जल्द ही रणनीति स्पष्ट हो जाएगी।