Rajasthan Politics: कांग्रेस के अध्यक्ष पद चुनाव से राजस्थान की राजनीति में मची हलचल, सीएम गहलोत के अध्यक्ष चुने जाने के बाद कौन होगा अगला मुख्यमंत्री ?
जयपुर न्यूज डेस्क। कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर राजस्थान की राजनीति में हलचल मची हुई है। क्योकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे है। ऐसे में सीएम गहलोत को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद अगला मुख्यमंत्री कौन बनेंगा ? इसको लेकर कशमकश की स्थिति बनी हुई है। कांग्रेस आलाकमान के एक बडे़ नेता के अनुसार 26 या 27 सितंबर को पर्चा भरने से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का इस्तीफा नहीं होगा। मुख्यमंत्री रहते हुए ही गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष का पर्चा भरेंगे। इसके बाद 19 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद इस बारे में अंतिम फैसला होगा। संभवतः इस बारे में विधायक दल की बैठक में फैसला होगा। विधायक दल की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष और सीएम का डबल चार्ज रखने के बारे में अंतिम फैसला किया जाएगा।
इस बारे में राहुल आज सीएम गहलोत से चर्चा के बाद अंतिम निर्णय लेंगे। अब इसके साथ ही एक दूसरा यक्ष प्रश्न जुड़ा है ? 19 अक्टूबर के बाद यदि गहलोत का इस्तीफा हुआ तो कौन नया मुख्यमंत्री बनेगा ? क्या गहलोत की ही पसंद का होगा नया मुख्यमंत्री ? इसी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए गहलोत अपने उत्तराधिकारी का नाम सुझा चुके हैं। अशोक गहलोत एक महीने पहले ही सोनिया को डॉ. सीपी जोशी का नाम दे चुके है। कल भी गहलोत ने सोनिया से दो टूक शब्दों में अपनी बात कही थी। नए मुख्यमंत्री का चयन विधायकों की राय से करने की सलाह दी थी। वहीं राजस्थान में पायलट ग्रुप के विधायक सचिन पायलट को प्रदेश का सीएम बनाने की मांग कर रहें है।
सोनिया और प्रियंका से अकेले में भी गहलोत के मिलने की खबर आई है। इन सभी मुलाकातों में भी गहलोत ने अपनी पुरानी बात दोहराई और ऐसा न करने पर अगला चुनाव न जीत पाने की भी आशंका जताई। अब इस सारे माहौल में आखिर कहां खड़े हैं सचिन पायल ? सचमुच इस बारे में अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है। अलबत्ता पायलट कैंप उनकी उम्मीदवारी को लेकर बेहद आत्मविश्वास में है। अब संभवतः अक्टूबर-नवंबर में गहलोत के संभावित इस्तीफे के बाद ही इस बारे में आलाकमान कोई अंतिम फैसला लेगा।
उधर गहलोत कैंप का यह प्रयास है कि फरवरी में बजट पेश करने तक गहलोत ही मुख्यमंत्री रहें और इन 4-5 महीनों के दौरान डॉ.सीपी जोशी मुख्यमंत्री की तरह काम करें। लेकिन सीपी के स्वभाव को देखते हुए क्या वह सचमुच कर पाएंगे ऐसा ? शायद आज केरल में राहुल से गहलोत की मुलाकात के बाद तस्वीर कुछ साफ हो। इसी बीच आज सुबह केरल में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान आलाकमान से जुड़े एक सूत्र ने खुलासा करते हुए कहा कि जहां तक गहलोत की बात है, जब वे अध्यक्ष पद का चुनाव लड़कर जीत जाएंगे तब ये प्रश्न हमारे सामने होगा कि क्या वे दो पद पर एक साथ रह सकते हैं ? तभी इस सवाल का जवाब देंगे। कुल मिलाकर राजस्थान को लेकर आलाकमान एक बार फिर से अस्पष्ट है। इसलिए अब हर किसी को 19 अक्टूबर के बाद के घटनाक्रम का इंतजार करना होगा