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Rajasthan Political Crisis : कांग्रेस के बागी विधायको के नोटिस का जवाब की सीमा समाप्त, कांग्रेस आलाकमान करेंगा आज अहम फैसला

 
Rajasthan Political Crisis : कांग्रेस के बागी विधायको के नोटिस का जवाब की सीमा समाप्त, कांग्रेस आलाकमान करेंगा आज अहम फैसला

जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में इस वक्त सियासी संकट बरकरार है। राजस्थान कांग्रेस में बीते दिनों हुए घटनाक्रम के मामले में विधायक दल की बैठक के समानांतर बुलाई जाने वाली मीटिंग को लेकर पार्टी आलाकमान की तल्खी का रुख आज साफ होने की उम्मीद है। जाहिर है कि मंत्री शांति धारीवाल के सरकारी बंगले पर हुई बैठक के मामले में पार्टी प्रभारी अजय माकन और पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे की रिपोर्ट के आधार पर संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल, मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी और आरटीडीसी की चेयरमैन और मुख्यमंत्री के करीबी नेता धर्मेंद्र राठौड़ को 27 सितंबर नोटिस जारी करके 10 दिन में जवाब तलब किया गया था। इस नोटिस की मियाद और 10 दिन गुरुवार यानि आज पूरे हो चुके हैं। 

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तीनों का जवाब क्या होगा ये देखने वाली बात होगी और इसी जवाब के बाद कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी फैसला सुनाएंगी, अगर जबाव संतोषप्रद नहीं हुआ तो कठोर कार्रवाई भी की जा सकती है। लिहाजा इस नोटिस के आगे क्या जवाब मिला या फिर कांग्रेस आलाकमान कोई एक्शन लेगा, यह तस्वीर भी साफ होना बाकी है। यह माना जा रहा है कि दोपहर तक पार्टी के संगठन महामंत्री के. सी. वेणुगोपाल राजस्थान के इस घटनाक्रम पर कांग्रेस आलाकमान की तरफ से दिए जाने वाले एक्शन पर बात रख सकते हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस ने शांति धारीवाल को अपने घर पर विधायक दल की मीटिंग के समानांतर बैठक करने, महेश जोशी पर मुख्य सचेतक होते हुए विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने और धर्मेंद्र राठौड़ पर विधायकों के लिए लॉजिस्टिक्स अरेंज करने आरोप में जवाब मांगा था। कांग्रेस ने तीनों नेताओं के कदम को अनुशासनहीनता मानते हुए जवाब देने के लिए कहा था।

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 इधर सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने कर्नाटक में राजस्थान के सियासी सकंट को लेकर मंथन किया है।  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोनिया गांधी से माफी मांग चुके हैं। साथ ही अपनी शक्ति का अहसास बयानों के जरिए कर चुके हैं, इधर सचिन पायलट भी सोनिया गांधी के सामने आपनी बात रख चुके हैं और अगले चुनावों की तैयारी की बात कर रहे हैं।