Rajasthan Breaking News: राजधानी जयपुर में उपेन यादव के नेतृत्व में बेरोजगारों का हल्लाबोल, शहीद स्मारक पर धरना प्रदर्शन जारी
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की इस वक्त की बड़ी खबर राजधानी जयपुर से सामने आ रहीं है। राजधानी जयपुर में शहीद स्मारक पर आज बेरोजगार संघ के अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में सैकड़ों बेराजगार इक्कट्ठा हुए है और अपने मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू किया है। प्रदेश के युवा बेरोजगार एक बार फिर आंदोलन की राह पर हैं। राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने कल घोषणा की थी कि सोमवार को सुबह 10 बजे शहीद स्मारक पर बेरोजगार युवा एकत्र होकर धरना देंगे। जिसके बाद आज सैंकड़ों की संख्या में बरोजगारों ने शहीद स्मारक अपना धरना शुरू किया है।
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13 Jun Andolan Saheed Smark https://t.co/LoHeDfrBnl
— Upen Yadav (@TheUpenYadav) June 13, 2022
बेराजगार संघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले बजट में 6 हजार पदों पर टेक्निकल हेल्पर भर्ती निकालने की घोषणा की थी लेकिन हाल ही में राज्य सरकार की ओर से मात्र 1512 पदों पर भर्ती की जा रही है जिससे बेरोजगारों में निराश बढ़ी है। बजट घोषणा पूरी करते हुए 6 हजार पदों पर टेक्नीकल हेल्पर की भर्ती किए जाने की बेरोजगार मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही पंचायती राज जेईएन भर्ती बजट घोषणा के अनुसार 2100 पदों के साथ 539 पदों को जोड़ते हुए जल्द से जल्द विज्ञप्ति जारी की जाए और लिखित परीक्षा के माध्यम भर्ती परीक्षा आयोजित किए जाने की मांग को लेकर बेरोजगारोंने आज शहीद स्मारक पर धरना शुरू किया है।
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#टेक्निकल_हेल्पर भर्ती में 6000 पद करवाने l#पंचायतीराज_JEN भर्ती की विज्ञप्ति जल्द से जल्द से जारी करवाने l#जूनियर_अकाउंटेंट भर्ती को CET से बाहर करवाने और भर्तियों में प्रदेश के बेरोजगारों को प्राथमिकता दिलवाने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ़ खोला मोर्चा @RajCMO#सत्यमेव_जयते pic.twitter.com/zh1krAjPDf
— Upen Yadav (@TheUpenYadav) June 13, 2022
वहीं, लम्बे समय से बाहरी राज्यों के परीक्षार्थियों का कोटा निर्धारण या खत्म करने की मांग को लेकर आज बेरोजगार संघ के तले प्रदर्शन किया जा रहा है। बेरोजगार अपनी चार सूत्री मांगों को लेकर लम्बे समय से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। इसलिए बेरोजगारों को फिर से आंदोलन की राह पर उतरना पड़ रहा है। सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। वो बेरोजगारों के साथ वादा खिलाफी कर रहे हैं, जब तक बेरोजगारों की मांग पूरी नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा।