Rajasthan Breaking News: प्रदेशभर में शीतलाष्टमी की धूम, चाकसू की शील डूंगरी पर लगा माता का लक्खी मेला
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की इस वक्त की बड़ी खबर में आपकोबता दें कि प्रदेशभर में शीतलाष्टमी की धूम दिखाई दी है। वहीं, आज राजधानी जयपुर के चाकसू उपखंड में शील डूंगरी पर प्रतिवर्ष की भांति लक्खी मेला लगा है। महिलाओं ने शीतला माता के ठंडे पकवानों का भोग लगाकर माता की पूजा की। श्रद्धालुओं ने माता से खुशहाली की मनौती मांगी है। होली के बाद मां दुर्गा के ही एक रूप शीतला माता की पूजापाठ से जुड़ा यह त्योहार काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। बच्चों को बीमारियों से दूर रखने के लिए और उनकी खुशहाली के लिए इस त्योहार को मनाने की परंपरा बरसों से चली आ रही है।
सीएम अशोक गहलोत का आज छत्तीसगढ़ का दौरा, कोयले की आपूर्ति के संबंध में बघेल से करेंगे वार्ता
शील डूंगरी माता के मंदिर में कल देर शाम से ही श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया है। जिससे यह मेला रात्रि से ही लगना शुरू हो गया और इस वक्त पूरे परवान है। आसपास के गांवों के लोग ट्रेक्टर, बस, कार आदि में सवार होकर मेले में शामिल हुए है। यह मेला आज पर देर शाम तक चलेगा। दो दिवसीय इस मेले जयपुर जिले सहित आसपास के अन्य जिलों और राज्यों के लोग भी आते है। आज के दिन प्रदेश में के लोग ठंड़े भोजन का माता को भोग लगाते है। चाकसू में भरने वाले मेला का परिधि में श्रद्धालुओं की सुरक्षा की दृष्टि से क्लोजर सीसीटीवी कैमरों से हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जाएगी। वहीं क्षेत्र में भारी पुलिस बल, जवानो की तैनाती की गई है। मेला परिधि में धारा 144 भी लागू कर दी गई है। इस दौरान कोई भी अपने साथ किसी तरह का हथियार नहीं ला सकेगा। इस मेले में बच्चों सहित बड़ों के मनोरंजन के लिए झूला, सर्कस, मौत का कुआं आदि आकर्षण का मुख्य केंद्र रहेंगे।
राज्य के सर्वश्रेष्ट विधायकों का किया सम्मान, सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा सहित चार विधायक शामिल
राजधानी जयपुर के दक्षिण दिशा में 35 किलोमीटर दूर कोटा-जयपुर हाईवे-12 पर चाकसू शील डूंगरी पर माँ शीतलामाता का दरबार है। मन्दिर निर्माण की बात की जाए तो 500 साल पुराना इतिहास है और करीब 300 मीटर की ऊंचाई पर मन्दिर बना हुआ है। आस-पास सहित दूर के क्षेत्रों से भी लोग लाखों की संख्या में यहां पहुंचेंगे। इसके लिए नगर व जिला प्रशासन चाक चैबंद व्यवस्था में जुटा है। जयपुर डीसीपी, एसीपी, उपखण्ड़ अधिकारी, नगर पालिका प्रशासन सभी मेला स्थल पर व्यवस्थाओं का बारी-बारी से जायजा ले रहे हैं। इस मेले में आज लोग पारंपरिक गीत गाते हुए शामिल हुए है।