Rajasthan Breaking News: जयपुर अतिरिक्त संभागीय आयुक्त के फर्जी साइन कर सुनाए फैसले, विभाग के रीडर को किया निलंबित
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि राजधानी के मिनी सचिवालय के अतिरिक्त संभागीय आयुक्त न्यायालय के रीडर की ओर से फर्जी हस्ताक्षर करके व जाली कागजात बनाकर आम जनता के मुकदमों मे हेरफेर करने का मामला सामने आया है। अभी तक जो सामने आया उसमे करीब 6 राजस्व मामलों में विभाग के रीडर मुकेश कुमार ने अतिरिक्त संभागीय आयुक्त के फर्जी साइन कर फैसले सुनाये और उन फैसलों की नीचे पालना भी होती रही है। संभागीय आयुक्त दिनेश कुमार यादव ने मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई है, जो 11 मार्च तक अपनी रिपोर्ट देगी।
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जयपुर संभागीय आयुक्त दिनेश कुमार यादव ने बताया कि अतिरिक्त सम्भागीय आयुक्त के रीडर मुकेश कुमार परसोया ने अतिरिक्त सम्भागीय आयुक्त के न्यायालय में विचाराधीन कुछ मुकदमों में अतिरिक्त सम्भागीय आयुक्त के फर्जी हस्ताक्षर कर निर्णय पारित कर दिए। इन मामलों में भ्रष्टाचार किए जाने की आशंका है। साथ ही इसमें बड़ी ठगी किए जाने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। विभाग ने मुकेश कुमार परसोया के अतिरिक्त सम्भागीय आयुक्त के रीडर के पद पर पदस्थापन की तरीख से 7 मार्च तक के अतिरिक्त सम्भागीय आयुक्त जयपुर के न्यायालय से पारित सभी निर्णयों की पत्रावलियों की गहन जांच करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इसकी रिपोर्ट 11 मार्च तक अतिरिक्त सम्भागीय आयुक्त जयपुर को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
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संभागीय आयुक्त ने जांच के लिए बनी कमेटी में सहायक राजस्व लेखाधिकारी ग्रेड-प्रथम मंजू माथुर, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी राजेन्द्र कुमार गुप्ता, भू अभिलेख निरीक्षक प्रमोद कुमार शर्मा, वरिष्ठ सहायक दामोदर प्रसाद शर्मा और डेनियल जोजफ विलियम को शामिल किया है। यह कमेटी कुछ मुकदमों की जांच कर 11 मार्च तक अपनी रिपोर्ट सौपेंगी। अतिरिक्त संभागीय आयुक्त बाबूलाल गोयल ने रीडर मुकेश कुमार को निलंबित कर मुख्यालय सीकर कलेक्ट्रेट कर दिया है। साथ ही एफआईआर दर्ज करने के आदेश भी दिए हैं। डिस्ट्रिक्ट एडवोकेट बार एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने अतिरिक्त संभागीय आयुक्त से मिलकर के इस फर्जीवाड़े के मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है।